सरगुजा/बस्तरः छत्तीसगढ़ में अप्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर का चुनाव होगा. प्रदेश में पार्षद, मेयर का चुनाव करेंगे. नगरीय निकाय चुनाव समिति की बैठक में ये फैसला लिया गया है. सरगुजा और बस्तर के लोगों की इसे लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया है.
अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव पर खुश नहीं हैं बस्तर और सरगुजा वाले - Surguja and Bastar people
आगामी निकाय चुनाव में मेयर के चुनाव के लिए अप्रत्यक्ष प्रणाली पर शहरवासियों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आ रही है.
मेयर के चुनाव पर ये है सरगुजावासियों और बस्तरवासियों की राय
सरगुजा के लोगों की ऐसी है प्रतिक्रिया-
- सरगुजा के लोगों का मानना है कि पहले वो खुद मेयर का चयन करते थे, इससे वे अपने पसंदीदा प्रत्याशी को चुन सकते हैं लेकिन अब पार्षदों के द्वारा मेयर के चुनाव से वे संतुष्ट नहीं है.
- वहीं कुछ का कहना है कि जिस तरह सांसद और विधायक प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री चुनते हैं उसी तरह अब पार्षद मेयर को चुनेंगे, यह सरकार का सराहनीय कदम है.
- वहीं बैलेट पेपर से मतदान कराने के फैसले को भी बेहतर बताया जा रहा है.
बस्तर के लोगों की ऐसी है प्रतिक्रिया-
- बस्तर के अधिकतर लोगों का कहना है कि पार्षदों द्वारा महापौर का चुनाव सीधे-सीधे लोकतंत्र की हत्या है और सरकार को यह फैसला वापस लेना चाहिए.
- बस्तर के आम नागरिकों का कहना है कि महापौर का चुनाव जनता ही अपने वोट के माध्यम से करें इससे चुनाव में पारदर्शिता के साथ ही जनता को अपने पसंद का महापौर मिलता है. लेकिन सरकार ने इस बार इस हक को आम जनता से छीन लिया है.
- पार्षदों द्वारा महापौर के चयन से एक तरफ जहां दलबदल को बढ़ावा मिलेगा. वहीं दूसरी तरफ पार्षदों की खरीद-फरोख्त भी चरम सीमा पर रहेगी. इसलिए सरकार को इस फैसले को वापस ले लेना चाहिए.
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST