रायपुर :नंदिनी यादव ने अपने भाषण की शुरुआत जय जोहार से की. इस दौरान नंदिनी ने कहा कि '' मैं छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक राजधानी बस्तर की निवासी हूं.सुकमा जिले के नेहरू युवा केंद्र का प्रतिनिधित्व कर रही हूं. बस्तर की परंपरागत वेशभूषा में पहुंची नंदिनी जिस समय भाषण दे रही थीं, पूरे हॉल में सन्नाटा था. सभी लोग पूरी एकाग्रता से उनका भाषण सुन रहे थे. नंदिनी ने अपने भाषण में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के योगदान के बारे में बताया. नंदिनी के मुताबिक बाबा साहब समाज की महिलाओं की प्रगति चाहते थे.इसलिए उन्होंने महिला उत्थान के लिए कई काम किए.नंदिनी ने भाषण की शुरुआत छत्तीसगढ़ी भाषा में की. इसके बाद अंग्रेजी और हिंदी में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला.
भीमराव अंबेडकर के सम्मान में पढ़े कसीदें :नंदिनी ने कहा कि '' देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था, देश का वह दीपक बाबा साहब कहलाया था. नंदिनी ने अपने भाषण में बाबा साहब के कार्यों और प्रयासों के लिए एक शायरी भी कही. उन्होंने कहा कि अरे पर्वत, तू कल तक जिसकी लाचारी पर हंसता था, चोटी पर बैठे हैं वही, बैसाखियां लेकर.