जगदलपुर: जगदलपुर नगर निगम में कांग्रेस से सभापति पद के लिए प्रबल दावेदार रहे यशवर्धन राव को एन वक्त पर बदलकर कविता साहू का नाम आगे करने से यशवर्धन राव में पार्टी के निर्णय के प्रति जमकर नाराजगी देखने मिली. इस फैसले से यशवर्धन राव बेहद नाराज हो गए और उन्होंने गुस्से में सभी कांग्रेसी पदाधिकारियों के सामने कहा कि' मेरा गला काटा गया है मैं चुप नहीं रहूंगा'
मेरा गला काटा गया है मैं चुप नही रहूंगा - यशवर्धन राव - यशवर्धन राव
कांग्रेस से सभापति पद के लिए यशवर्धन राव का नाम ऐन वक्त पर बदलकर कविता साहू का नाम आगे करने से यशवर्धन राव ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला दिया है.
दरअसल यशवर्धन राव पांचवीं बार पार्षद नियुक्त हुए हैं और इस बार पूरे छत्तीसगढ़ से निर्विरोध जीतने वाले पहले पार्षद रहे. ऐसे में इस बार उनका निगम सभापति बनना एकदम तय माना जा रहा था. लेकिन महापौर नहीं बनाए जाने से नाराज कांग्रेस की पार्षद कविता साहू का नाम ऐन वक्त पर निगम सभापति के लिए आगे लाया गया. जिसके बाद पार्टी के इस फैसले से नाराज यशवर्धन राव प्रेरणा कक्ष से जब बाहर निकल कर गृहमंत्री, सासंद और दिग्गज नेताओं के साथ फोटो खिंचवाते हुए कहा कि यह तस्वीर यादगार होगी. इस दौरान शहर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा उन्हें अंदर चलने को कहते रहे. तो उन्होंने सभी के सामने कहा कि मेरा गला काटा गया है मैं चुप नहीं रहूंगा.
हालांकि कुछ देर बार पार्टी के पदाधिकारियों के समझाने के बाद यशवर्धन राव ने पार्टी के निर्णय को सर्वोपरि बताया और उन्होंने नाराजगी की बात से इनकार कर दिया. वहीं बस्तर सांसद दीपक बैज ने यशवर्धन राव के नाम को सभापति के दावेदारी से काटे जाने से उनमें नाराजगी के सवाल पर कहा कि निश्चित रूप से यशवर्धन राव पांचवी बार पार्षद के लिए निर्वाचित हुए हैं. ऐसे में इस बार उम्मीद भी जताई जा रही थी कि यशवर्धन राव अगले सभापति होंगे. लेकिन पार्टी के आदेश के बाद कविता साहू को निगम सभापति बनाया गया और पार्टी का निर्णय सभी कांग्रेसियों के लिए सर्वोपरि है. यशवर्धन राव की नाराजगी लाजिमी है.