बस्तर:छत्तीसगढ़ के बस्तर में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात (Flood in many districts of Bastar) हैं. बस्तर से सटे राज्य महाराष्ट्र, ओडिशा और तेलंगाना में भी भारी बारिश हो रही है. इसकी वजह से जो नदियां इन राज्यों से आकर बस्तर में बहती ( heavy rain in Bastar) है. उसका जल स्तर बढ़ गया है. बस्तर में गोदावरी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह (Flood in many districts of Bastar due to heavy rain in Bastar) रहा है. जिसकी वजह से कोंटा में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. बीजापुर के दर्जनों गांव का बस्तर जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया (Bastar District administration alert regarding flood) है. जगदलपुर में इंद्रावती नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. बाढ़ के हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है.
जिला प्रशासन बस्तर के निचली बस्तियों का कर रहा दौरा:जिला प्रशासन बस्तर की निचली बस्तियों का दौरा कर रहा है. बस्तर जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए कई टीमों का गठन किया है. ताकि लोगों को सही समय पर मदद पहुंचाई जा (Rain disrupted life in Bastar) सके.
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बीजापुर और सुकमा में हालात बुरे:बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि बस्तर संभाग में बाढ़ से सबसे ज्यादा बुरी हालत बीजापुर और सुकमा जिले की है. यहां शबरी नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ा है. बीजापुर और सुकमा जिले के सैकड़ों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. कोंडागांव के फरसगांव में नाले पर बना पुल बह गया. जिससे कोंडागांव के 60 से ज्यादा गांव टापू में तब्दील हो गए हैं.
मौसम विभाग ने और बारिश का जताया अनुमान:बस्तर के लोगों की परेशानी अभी खत्म होती नजर नहीं आ रही है. मौसम विभाग के मुताबिक बस्तर में अभी और बारिश होगी. क्योंकि बस्तर के आस पास के इलाकों में चक्रवाती घेरा बनने से कम दबाव का क्षेत्र लगातार इस पूरे इलाके में बना हुआ है. जिसकी वजह से बस्तर में प्रमुख रूप से बारिश हो रही है. इसके साथ ही मध्य बंगाल की खाड़ी में मानसून की द्रोणिका बनी हुई है. जिससे दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है. ऐसे में समूचे बस्तर में अगले 2 दिनों तक और बारिश जारी रहने की आशंका है. जिससे हालात और खराब हो सकते हैं. फिलहाल प्रशासन दावा कर रहा है कि सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए गए हैं.