जगदलपुर :बस्तर में जिला प्रशासन ने टीम गठित कर धान की खड़ी फसल पर अदृश्य मकड़ी के प्रकोप पर नियंत्रण पाने आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं. कृषि विभाग के अलग-अलग अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में किसानों के खेतों में अदृश्य मकड़ी के प्रकोप का आकलन करने में लगे हैं. सामान्य आंखों से मकड़ी दिखाई नहीं देती. इसलिए इसे अदृश्य मकड़ी नाम दिया गया(Farmer upset due to invisible spider in Bastar) है.
Bastar latest news : बस्तर में अदृश्य मकड़ी का प्रकोप, किसान परेशान
छत्तीसगढ़ के साथ ही बस्तर के खेतों में मकड़ी के प्रकोप से किसान परेशान हैं. मकड़ी मुख्य तौर पर धान की बाली पर असर करती है. जिससे दाने सही तरीके से भरते नहीं. ऐसे में खड़ी फसल में किसानों को बड़ा नुकसान होने की आशंका है.Bastar latest news
बस्तर में अदृश्य मकड़ी का प्रकोप, किसान परेशान
कैसे पहुंचाती है फसल को नुकसान :धान की बालियां बनने से पहले ही ये मकड़ी उसके पोषक तत्वों को चूसकर खराब कर देती हैं. यह शुष्क भूमि में काफी तेजी से फैलती है. इस अदृश्य मकड़ी का वैज्ञानिक नाम इस्टेनोटास्नेमस इसपंकी (istenotasnemus ispunki) है. इस मकड़ी के प्रकोप से धान की पत्तियों पर हल्के भूरे रंग का निशान बन जाता है.खास बात यह कि यह दृश्य मकड़ी शुष्क भूमि, कृषि उपकरण और खेतों में लंबे समय तक रह सकती है. Bastar latest news
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST