बस्तर में लाल आतंक पर लोकतंत्र की जीत, विकास के लिए लोगों ने डाले वोट, नक्सलियों को दिया करारा जवाब - बस्तर में लाल आतंक पर लोकतंत्र की जीत
Chhattisgarh first phase election छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान में बस्तर संभाग की सभी 12 सीटों पर मतदान हुआ. इस दौरान बस्तर में नक्सलियों ने मुश्किलें पैदा करने की कोशिश की थी लेकिन सुरक्षाबलों की मुस्तैदी से वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए.
बस्तर:छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर को पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया है. पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान कराया गया. इनमें बस्तर संभाग की सभी 12 सीटें शामिल थी. पहले चरण के कुछ विधानसभा सीटों पर सुबह 7:00 से दोपहर 3:00 तक का समय था. तो वहीं, अन्य विधानसभा सीटों पर सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 तक का मतदान हुआ. इस दौरान कई क्षेत्रों में छिटपुट हिंसा को अंजाम दे नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इसके बावजूद लोगों ने जमकर वोटिंग की.
बस्तर संभाग के सभी विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न: दरअसल, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए थे. बस्तर संभाग में चुनाव को लेकर लगभग 90 हजार से 1 लाख जवानों को तैनात किया गया था. इसके अलावा बॉडर पर भी सीमावर्ती राज्य ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र में भी सुरक्षाबल के जवान तैनात थे. ताकि नक्सली मतदान के दौरान मतदाताओं को कोई नुकसान न पहुंचाए. चुनाव के दौरान बस्तर संभाग के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में नक्सली भी सक्रिय होकर छुटपुट घटनाओं को अंजाम देते रहे. हालांकि इस दौरान कोई बड़ी घटना नहीं हुई और बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई.
बस्तर आईजी ने बस्तर में वोटिंग पर क्या कहा:इस बारे में ईटीवी भारत ने बस्तर आईजी सुंदरराज पी से खास बातचीत की. बस्तर आईजी ने कहा कि, " बस्तर में चुनाव शांतिपूर्ण तरीके के संपन्न हुआ. बस्तर संभाग के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में कुछ मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान केंद्रों तक पहुंचाया गया था. चुनाव से पहले नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार किया था. सभी अंदरूनी इलाकों में बैनर पोस्टर लगाकर चुनाव का बहिष्कार करने की बात की थी. ग्रामीणों में अपना भय बनाए रखने के लिए नारायणपुर इलाके में हत्या की वारदात को भी अंजाम दिया था. साथ ही चुनाव के दौरान नक्सलियों ने सुकमा जिले में पुलिस के जवानों पर फायरिंग भी की. जिसमें चार जवान घायल हो गए, सभी घायल अस्पताल में भर्ती हैं. नारायणपुर जिले में सुरक्षाबल के जवानों ने नक्सलियों के कैंप में धावा बोला और नक्सली कैंप को भी ध्वस्त किया. बीजापुर जिले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों ने दो से तीन नक्सलियों को मार गिराया है, जिसका वीडियो भी सामने आया है. ड्रोन कैमरे में नक्सलियों की तस्वीर कैद हुई है, जहां वे दो से तीन नक्सली को लेकर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा कांकेर जिले में पुलिस को एक सफलता मिली है. मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान जवानों ने एक-47 अत्याधुनिक हथियार को बरामद किया है."
पहले चरण के मतदान में इन जिलों में हुई नक्सली घटनाएं
सुकमा जिले में 4 नक्सली घटनाएं हुई.
बीजापुर में 3 नक्सली घटना हुई.
नारायणपुर, दंतेवाड़ा और कांकेर जिले में भी नक्सली वारदात हुई.
बता दें कि बस्तर संभाग के 40 ऐसे मतदान केंद्र थे, जहां मतदान केंद्र उनके ही गांव में बनाया गया था. उन मतदान केंद्रों में भी निर्भीक और निडरता के साथ मतदाता पहुंचे थे. ये बस्तर पुलिस और बस्तर निर्वाचन अधिकारी के लिए एक सफलता मानी जा रही है. इसके अलावा बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में 35 ऐसे मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिसमें महिला सुरक्षाकर्मी और महिला मतदान कर्मी तैनात थे. महिला कमांडो के साथ ही महिला मतदान कर्मी भी पुरुषों की तरह कंधे से कंधा मिलाकर निर्वाचन प्रक्रिया में अपनी भूमिका निभाए.