बस्तर:आगामी 7 नवंबर को होने वाले लोकतंत्र के महापर्व में बस्तर इतिहास रचने जा रहा है. बस्तर के अंतिम छोर में बसे नक्सलगढ़ में एक ऐसा गांव बसा है, जहां पहली बार मतदान केंद्र बना है. इस गांव की गूंज दिल्ली तक है.
बस्तर के चांदामेटा गांव में पहला मतदान केंद्र: बस्तर संभाग के जगदलपुर जिले के विधानसभा क्रमांक 86 का चांदामेटा गांव है. ये गांव हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है. साल भर पहले इस गांव में स्कूल बनाया गया. उसके पहले साल 2022 में पुलिस चौकी बनाई गई और आजादी के पर्व पर पहली बार तिरंगा फहराया गया. अब इस गांव के नाम एक और उपलब्धि जुड़ी है और वो है पहली बार मतदान केंद्र. चांदामेटा के इस मतदान केंद्र में 7 नवंबर को 335 मतदाता अपना वोट डालेंगे. जिसे लेकर यहां के लोग काफी खुश और उत्साहित है. Enthusiasm Among Voters Of Chandameta
चांदामेटा के मतदाताओं में उत्साह:चांदामेटा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि उनके ही गांव में मतदान केंद्र बनने से उन्हें काफी खुशी हो रही है. पहले चुनाव में वोट डालने के लिए 6 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके छिंदगुर गांव जाना पड़ता था. पहाड़ी और उबड़ खाबड़ रास्ता होने के कारण काफी समय लग जाता था. उनका पूरा दिन ही आने-जाने व वोट डालने में निकल जाता था.
लंबी दूरी होने के कारण गांव के बुजुर्ग वोट डालने के लिए मतदान केंद्र नहीं पहुंच पाते थे. अब चांदामेटा गांव में ही मतदान केंद्र खुलने से लोग उत्साहित है.- ग्रामीण, चांदामेटा
पहले छिनगुर जाते थे वोट डालने, तीन बार छिनगुर गांव जाकर वोट डाले थे लेकिन इस बार गांव में ही वोट डालेंगे- ग्रामीण, चांदामेटा