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Chandameta Polling Center: आजादी के 76 साल बाद नक्सलगढ़ चांदामेटा में पहली बार बना मतदान केंद्र, लंबा सफर हुआ खत्म - नक्सलगढ़ चांदामेटा में पहली बार बना मतदान केंद्र

Chandameta Polling Center: बस्तर के नक्सलगढ़ चांदामेटा में रहने वाले लोगों को इस बार वोट डालने के लिए अपना पूरा दिन बर्बाद नहीं करना पड़ेगा. इस बार अपने काम से थोड़ा सा समय निकालकर गांव के स्कूल पहुंचेंगे और अपना वोट डालेंगे. Chhattisgarh Election 2023

Chandameta Polling Center
बस्तर में पहला मतदान केंद्र

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 30, 2023, 10:31 AM IST

Updated : Nov 6, 2023, 10:27 AM IST

बस्तर में पहला मतदान केंद्र

बस्तर:आगामी 7 नवंबर को होने वाले लोकतंत्र के महापर्व में बस्तर इतिहास रचने जा रहा है. बस्तर के अंतिम छोर में बसे नक्सलगढ़ में एक ऐसा गांव बसा है, जहां पहली बार मतदान केंद्र बना है. इस गांव की गूंज दिल्ली तक है.

बस्तर के चांदामेटा गांव में पहला मतदान केंद्र: बस्तर संभाग के जगदलपुर जिले के विधानसभा क्रमांक 86 का चांदामेटा गांव है. ये गांव हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है. साल भर पहले इस गांव में स्कूल बनाया गया. उसके पहले साल 2022 में पुलिस चौकी बनाई गई और आजादी के पर्व पर पहली बार तिरंगा फहराया गया. अब इस गांव के नाम एक और उपलब्धि जुड़ी है और वो है पहली बार मतदान केंद्र. चांदामेटा के इस मतदान केंद्र में 7 नवंबर को 335 मतदाता अपना वोट डालेंगे. जिसे लेकर यहां के लोग काफी खुश और उत्साहित है. Enthusiasm Among Voters Of Chandameta

चांदामेटा के मतदाताओं में उत्साह:चांदामेटा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि उनके ही गांव में मतदान केंद्र बनने से उन्हें काफी खुशी हो रही है. पहले चुनाव में वोट डालने के लिए 6 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके छिंदगुर गांव जाना पड़ता था. पहाड़ी और उबड़ खाबड़ रास्ता होने के कारण काफी समय लग जाता था. उनका पूरा दिन ही आने-जाने व वोट डालने में निकल जाता था.

लंबी दूरी होने के कारण गांव के बुजुर्ग वोट डालने के लिए मतदान केंद्र नहीं पहुंच पाते थे. अब चांदामेटा गांव में ही मतदान केंद्र खुलने से लोग उत्साहित है.- ग्रामीण, चांदामेटा

पहले छिनगुर जाते थे वोट डालने, तीन बार छिनगुर गांव जाकर वोट डाले थे लेकिन इस बार गांव में ही वोट डालेंगे- ग्रामीण, चांदामेटा

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काफी चुनौतीपूर्ण था चांदामेटा को जीतना:चांदामेटा में स्थित पुलिस कैंप से करीब 200 मीटर दूर नक्सलियों का ट्रेनिग कैम्प था. जहां नक्सलियों की पूरी ट्रैनिग होती थी. 1 साल पहले इस क्षेत्र में डर का माहौल था. इस इलाके तक कोई आना नहीं चाहते थे. लेकिन कैंप लगने के बाद हालात बदल गए हैं. चांदामेटा में तैनात सीआरपीएफ 80 बटालियन के कंपनी कमांडर राजू नामदेव वाघ ने बताया कि यहां काफी चुनौती पूर्ण था. कैंप लगने के बाद भी कई हादसे हुए. लेकिन अब लोग काफी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.


चुनाव को लेकर हमारी पूरी तैयारी है, पूरे एरिया को सिक्योर किया गया है. सीआरपीएफ, डीआरजी के जवान चप्पे चप्पे पर तैनात है. गांव में पहली बार वोटिंग को लेकर गांव वाले काफी उत्साहित भी है. राजू नामदेव वाघ, कंपनी कमांडर, सीआरपीएफ 80 बटालियन

चांदामेटा इलाके से जानकारी मिल रही है कि ग्रामीण काफी उत्साहित है. पहली बार अपने ही गांव में निर्भीक होकर खुद को सुरक्षित महसूस करके वोट डालने मतदान केंद्र पहुंचेंगे. जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह है. विजय दयाराम के., कलेक्टर बस्तर

छत्तीसगढ़ ओडिशा बॉर्डर के चांदामेटा गांव में भले ही पहली बार मतदान केंद्र बनाया गया हो लेकिन यहां के वोटर, चुनाव और एक एक वोटों की कीमत अच्छे से जानते हैं इसी वजह से गांव के आदिवासियों ने चांदामेटा में पोलिंग बूथ बनाने की डिमांड प्रशासन से की जो पूरी हुई.

Last Updated : Nov 6, 2023, 10:27 AM IST

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