Roads Damaged In Gaurela Pendra Marwahi: गौरेला में एक साल के अंदर जर्जर हुई बाईपास सड़क, कब रुकेगी जनता के पैसों की बर्बादी ? - Gaurela Pendra Marwahi
Roads Damaged In Gaurela Pendra Marwahi: गौरेला पेंड्रा मरवाही में साल भर पहले बनीं सड़कें जर्जर हो गई है. इन सड़कों के बारे में जब अधिकारियों से बातचीत की गई. तो अधिकारियों ने कहा कि, " नए प्रयोग से सड़कें बनाई गई थी. इसलिए ये सड़कें खराब हुईं हैं." वहीं, बरसात के बाद फिर से सड़क निर्माण की बात कही गई है.
गौरेला पेंड्रा मरवाही में साल भर पहले बनीं सड़कें जर्जर
गौरेला पेंड्रा मरवाही:गौरेला पेंड्रा मरवाही में सरकार के दावे और वादे फेल होते नजर आ रहे हैं. यहां सड़क निर्माण के एक साल बाद ही, सड़कें जर्जर हो गई है. जिले का बसंतपुर भाड़ी बायपास मार्ग और पेंड्रा नया बस स्टैंड से भदौरा चौक तक की सड़कें इसका उदाहरण है. यहां साल भर पहले बनीं सड़क जगह-जगह टूट कर गड्ढानुमा हो गई है.
एक साल में जर्जर हुई सड़कें:दरअसल, जिले के बसंतपुर भाड़ी बायपास मार्ग का निर्माण करोड़ों रुपए की लागत से किया गया था. इस सड़क को ठेका कंपनी डीसी कंस्ट्रक्शन ने बनाया था. सड़क निर्माण शुरू होने के बाद ही सड़कें लगातार खराब हो रही थी. इसकी शिकायत मंत्री ताम्रध्वज साहू से की गई. इसके बाद PWD के आला अधिकारी सड़क की जांच के लिए पहुंचे. लंबी चौड़ी जांच हुई पर नतीजा कुछ नहीं निकला. जांच के बाद उसी ठेका कंपनी ने फिर से सड़क बना दी. सड़क बनने के लगभग 1 साल बाद सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. किनारे से और मुख्य सड़क कुछ इस तरह टूट रही है, जैसे सड़क पर निर्माण कार्य की जगह मजाक किया गया हो. ये टूटती सड़कें लोक निर्माण विभाग के ठेकेदारों के साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों के जिम्मेदारी की पोल खोल रही है.
खराब सड़कों के कारण हो रहे हादसे:ठीक ऐसा ही हाल श्री राम कंस्ट्रक्शन की ओर से बनाई गई पेंड्रा नया बस स्टैंड से भदौरा चौक तक की सड़क का है. 1 साल पूरा हुआ भी नहीं कि पहली बरसात में ही सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए. मुख्य सड़क पर बड़े-बड़े क्रैक उभर आए हैं. कई जगह की सड़कें बैठ गई है. देखने से साफ पता चलता है कि सड़क निर्माण में इस्तेमाल किया गया प्रोडक्ट सही नहीं है. इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. सड़कों पर गड्ढे और दरार के कारण दुर्घटनाएं हो रही है.
फिर सड़क निर्माण का मिला आश्वासन: इस बारे में जब जिले के कार्यपालक अभियंता से बात की गई तो उन्होंने सड़क के जर्जर होने का कारण इसकी ड्राइंग डिजाइन को बताया है. साथ ही यह भी कहा कि सड़क 5 साल के परफॉर्मेंस की गारंटी पर है. इसलिए इसकी मरम्मत ठेका कंपनी से कराई जाएगी.उन्होंने कहा है कि नए प्रयोग के कारण सड़कें ऐसी हुई है. ठेका कंपनी को सड़कों की मरम्मत के लिए पत्र भी लिखा जा रहा है. बरसात खत्म होते ही सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी.
जहां एक ओर स्थानीय लोग जर्जर सड़क के कारण परेशान हैं. वहीं, अधिकारी नए प्रयोग की बात कह रहे हैं. साथ ही फिर से बारिश खत्म होने के बाद सड़क बनाने का आश्वासन दिया है.