गरियाबंद : 9 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं. जिलेभर में 200 से अधिक पटवारी हड़ताल पर हैं. जिससे किसानों को और जमीन खरीदारों को परेशानी हो रही है. पटवारियों का कहना है कि पुरानी कई मांगें हैं. जिसे कई वर्ष पहले शासन ने मान लिया था. उसे न तो पूरा किया गया है और न ही उस पर अमल किया गया है. पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के दूसरे दिन ही हड़ताल खत्म करने संबंध में पत्र जारी किए गए. पटवारियों ने इस पत्र को जलाया और सरकार से मांगें पूरी करने की बात कही है.
पटवारियों का कहना है कि भुइंया सॉफ्टवेयर में कई बार बदलाव किए जाते हैं. उन्हें काम करने में तकलीफ हो रही है. पटवारियों का कहना है कि उनके पास न तो लैपटॉप है, न कंप्यूटर, न इंटरनेट न ही स्कैनर और न ही प्रिंटर की सुविधा है. फिर भी उन्हें नक्शा खसरा B1 देना होता है. इसकी व्यवस्था वे निजी तौर पर कर रहें हैं. जिसमें लगने वाला खर्च भी शासन वाहन नहीं कर रही है. ऐसे में उन पर आर्थिक भार पड़ रहा है.
पढ़ें :कांकेर: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर राजस्व पटवारी संघ, सरकारी काम होंगे प्रभावित