गरियाबंद: विकासकार्यों की समीक्षा बैठक में पहुंचे मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अलग-अलग विभागों के अधिकारियों को चेताया है कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं चलेगा. मंत्री ने कहा कि अब केवल ठेकेदार पर ही नहीं बल्कि अफसरों पर भी कार्रवाई होगी. इसके साथ ही मंत्री ने ओडिशा से पहुंचने वाले धान को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए. वहीं आने वाले बजट के लिए अभी से तैयारी करते हुए जरुरी कार्यों की सूची देने के निर्देश भी दिए हैं. मंत्री ने साफ कहा कि पुल पुलिया नहीं होने के कारण कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे. जरुरत के हिसाब से पुल-पुलिया का निर्माण बरसात के पहले किया जाए.
समीक्षा के दौरान मंत्री ने पीएचई विभाग से जल जीवन स्कीम के बारे में पूछा. साथ ही निर्देश दिए कि हर गांव के सरपंच सचिव से वहां की जरुरत की सूची मंगाएं, पानी टंकी पाइपलाइन जो जरूरत हो सब कुछ कराएं. मंत्री ने कहा कि ग्रामीणों की डिमांड पूरी होनी चाहिए. हर घर तक पानी पहुंचना चाहिए. पीएचई के अधिकारी ने बताया कि फिलहाल 160 बोर खनन की अनुमति मिली है. जिसमें से 90 बोर जरुरत के जगहों पर कर दिया गया है. वहीं फिंगेश्वर और चुरा क्षेत्र के 64 गांवों में पानी की दिक्कत है. अधिकारी ने बताया कि जल जीवन स्कीम का टेंडर रद्द हो गया है. जो एक बार फिर से जारी निकाला जाएगा. मंत्री ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि उनके विभागों में अगले 1 महीने में पूर्ण होने वाले कार्यों की सूची तैयार कर उन कामों को समय सीमा के भीतर पूरा करें.
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