गरियाबंद:गोहरापदर में एक महीने पहले को-ऑपरेटिव बैंक में स्थापित किया गया था, ताकि किसानों और लोगों को तकलीफ न हो. रकम निकासी के लिए दूर जाना न पड़े. बैंक की लापरवाही के कारण ग्रामीण और किसानों ने हंगामा कर दिया. बैंक कर्मचारियों का कहना था विड्रॉल फॉर्म बैंक में खत्म हो गया है. जबकि बैंक के बाहर 10 से 20 रुपये में बेचा जा रहा था. ऐसे में किसानों ने हंगामा मचा दिया.
बैंककर्मियों का लापरवाही से परेशान किसानों ने किया हंगामा पढ़ें: गरियाबंद: ट्रैक्टर हादसे का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल
बैंक में हंगाने की खबर मिलते ही जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर पहुंची. स्मृति ठाकुर ने बैंक मैनेजर के साथ अन्य स्टाफ को जमकर लताड़ लगाई. कर्मचारियों को हटाने की बात कही. बैंककर्मियों से ग्रामीण काफी आक्रोशित थे. जिला पंचायत अध्यक्ष भी गुस्से में नजर आई.
पढ़ें: गरियाबंद: जिला चिकित्सा अधिकारी को लगेगी पहली कोरोना वैक्सीन
ग्रामीण दिनभर बैंक में भुगतान के लिए बैठे रह गए
स्मृति ठाकुर ने बैंक प्रबंधक और स्टाफ को एक ट्रैक्टर में बिठाकर 18 किलोमीटर दूर देवभोग थाने पहुंची. ग्रामीण और स्मृति ठाकुर ने थानेदार से बैंक कर्मचारियों की शिकायत की. बैंक के कर्मचारियों ने थाना प्रभारी से बदसलूकी की शिकायत की. इस बीच अन्य क्षेत्रों से पहुंचे ग्रामीण दिनभर बैंक में भुगतान के लिए बैठे रह गए. किसानों को काफी तकलीफ हुई. उन्होंने भी जमकर नारेबाजी की.
बैंक में जड़ दिया गया ताला
बैंक की लापरवाही के कारण किसी ने बैंक में ताला भी लगा दिया. बैंक में ताला लगने से कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं. प्रशासन भी सकते में आ गया है. गोहरापदर में यह भी चर्चा है. कुछ लोग डर के कारण बैक के अंदर ही रह गए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.