गरियाबंदः नगर को साफ करने वाले कर्मचारी ही जंगल और नाले को गंदा कर रहे हैं. एक ओर पूरे प्रदेश में नरवा-गरुवा-घुरवा-बारी के नाम पर इन्हें पुनर्जीवित करने के प्रयास में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है. वहीं दूसरी ओर पालिका कर्मी डंपिंग ग्राउंड छोड़कर नाले में कचरा फेंक रहे हैं. इस इलाके के करीब ही कलेक्ट्रेट भी मौजूद है.
शासन द्वारा नरवा-गराव-घुरवा-बारी के संरक्षण के लिए कई जतन किए जा रहे हैं. वहीं जिला मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर बहने वाले टोहनी नाले में नगर के कूड़े-कचरे को ले जाकर डंप किया जा रहा है. बता दें शहर से निकल रहा ये ऐसा कूड़ा है जो न गलने वाला है न ही नष्ट होने वाला है. जल्द ही मानसून की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में ये सभी कचरा पानी के साथ बहकर दूर-दूर इलाके में फैल जाएगा.