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SPECIAL: सवा 2 इंच लंबी लालटेन पर कमाल की कारीगरी, 'पहचान' को भटक रहा ये शख्स

गरियाबंद के रहने वाले जीवनलाल ने चांदी से सवा दो इंच लंबी मिनी लालटेन बनाई है, जो सबके आर्कषण का केंद्र बनी हुई है. लालटेन में कलाकारी देख आप भी आश्चर्य में पड़ जाएंगे.

Amazing workmanship on little lantern
लालटेन पर कमाल की कारीगरी

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Published : Feb 1, 2020, 3:39 PM IST

गरियाबंदः सोने और चांदी की धातु पर कलाकारी तो प्राचीन समय से किया जा रहा है. राजमहल के खंभों से लेकर थालियों में उकेरी गई कला आज भी देखने को मिल जाती है. लेकिन गरियाबंद के रहने वाले जीवनलाल ने चांदी से सवा दो इंच लंबी मिनी लालटेन बनाई है, जो सबके आर्कषण का केंद्र बनी हुई है. जीवनलाल इसके लिए अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराना चाहते हैं.

मिनी लालटेन

मिनी लालटेन की खासियत
जीवनलाल द्वारा बनाई गई इस लालटेन की खासियत ये है कि ये 10 मिलीलीटर करोसिन में सवा दो घंटे चलती है.
ये लालटेन सवा दो इंच लंबी है और 22 ग्राम चांदी से बनी है.
लालटेन पर जीवनलाल ने महीन कालाकारी भी की है.
लालटेन पर भारत का नक्शा, राष्ट्रगीत (वंदे मातरम), जय भारत, चार धर्मों के प्रतीक चिन्ह अंकित हैं.
देश के 9 राष्ट्रपतियों के नाम, महात्मा गॉधी, झांसी की रानी, सरदार वल्लभभाई पटेल और चंद्रशेखर आजाद का तस्वीर उकेरी गई है.

लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है नाम
छुरा के रहने वाले जीवन लाल सोनी उर्फ भोला सोनी का नाम 23 साल पहले सबसे छोटी लालटेन बनाने के लिए लिम्का बुक में दर्ज हो चुका है, लेकिन कारीगर जानकारी के आभाव में अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज नही करवा पा रहा है.

कोशिशों के बावजूद नहीं हो पा रहे कामयाब
कारीगर जीवन ने बताया कि वह लंबे समय से अपनी लालटेन का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराने के लिए भटक रहा है. लेकिन सही जानकारी के नहीं होने की वजह से अब तक उन्हें सफलता नहीं मिली है.उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने कई बार गिनीज बुक के अधिकारियों को चिट्ठी भी लिखी है, लेकिन हर बार उसे निराशा ही हाथ लगी है. उन्होंने प्रदेश के कई मंत्रियों से भी मुलाकात की फिर भी कोई हल नहीं निकला.

अन्य कलाकृति
कारीगर जीवनलाल ने लालटेन के अलावा छोटा तराजू भी बनाया है. लालटेन के साथ ही जीवन लाल ने एक मिनी तराजू भी बनाया है, जिसके एक पलड़े पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और दूसरे पलड़े पर चाचा नेहरू की तस्वीर को बड़े ही करीने से उकेरा गया है. इतना ही नहीं इस अमेजिंग आर्टिस्ट ने चावल के दानों पर भी अपना आर्ट दिखाते हुए इस पर इंग्लिश के अल्फाबेट के साथ ही श्लोक और गायत्री मंत्र को उकेरा है.

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जीवनलाल को उम्मीद है कि एक न एक दिन उनका नाम गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जरूर दर्ज होगा. ऐसे कलाकारों को मंच मिलना चाहिए, जिससे कलाएं जिंदा रह सकें.

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