दुर्ग:अमलेश्वर थाना क्षेत्र अंर्तगत चर्चित खुड़मुड़ा कांड में पुलिस ने 5 संदेहियों को हिरासत में लिया है. इसमें दो परिवार के सदस्य हैं और तीन अन्य संदेही है. अहमदाबाद के गांधीनगर से नार्को टेस्ट से लौटने के बाद पुलिस इनसे लगातार पूछताछ कर रही थी. आशंका जताई जा रही है कि इन पांचों ने ही मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया है. लेकिन पूरी तरह से घटना की कड़ी नहीं जुड़ने की वजह से अधिकारी पुष्टि नहीं हो रही है.
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21 दिसंबर की दरमियानी रात अमलेश्वर थाना क्षेत्र के खुड़मुड़ा गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी गई थी. हत्याकांड के 88 दिनों बाद पुलिस ने मृतक बलाराम के बड़े बेटे गंगाराम सोनकर और बड़ी बहू निर्मला और बालाराम के साडू रोहित को हिरासत में लिया था. बालाराम के खेत से लगी जमीन के मालिक नरेश और गंगाराम के एक साथी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. इन पांचों की भूमिका शुरू से ही संदेह के दायरे में रही है. इसलिए पुलिस ने इनमें से तीन गंगाराम, निर्मला और रोहित मौसा का नार्को टेस्ट भी कराया था. सूत्रों के हवाले से ये भी खबर है कि इन पांचों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है.
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पुलिस को बेटा और बहू पर शक
गंगा प्रसाद, बालाराम सोनकर का बड़ा बेटा है. घटना के एक दिन पहले उसने रोहित मौसा को धान बेचने के लिए कहा था. इसके बाद उसने घटना के दिन रोहित मौसा के साथ जमकर शराब पी थी. वहीं गंगा प्रसाद की पत्नी निर्मला ने पूछताछ के शुरुआती समय में ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या करने की बात स्वीकार की थी. लेकिन बाद में मुकर गई थी. घटना के दिन उसके पति व रोहित मौसा ने मिलकर शराब पी थी. उस दिन वो भी वहां थी.