दुर्ग:भिलाई में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की गई है. भिलाई हुडको निवासी कांकेर के राशन व्यवसायी की बेटी को नायब तहसीलदार और बेटे को एम्स में नौकरी लगाने का झांसा दिया गया. जिससे कातुलबोड दुर्ग और स्मृति नगर भिलाई के युवक ने लाखों रुपये ठग लिए. एसपी से शिकायत के बाद स्मृति नगर चौकी पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
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जानें पूरी घटना:स्मृति नगर चौकी प्रभारी युवराज देशमुख ने बताया कि निमाई देवनाथ (60 ) का कांकेर में पुस्तैनी घर और व्यवसाय है. उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराया कि हुडको में बेटों के पास रहने के दौरान उनके परिचित अभिषेक चक्रवर्ती (24 वर्ष) निवासी हरीनगर कातुलबोड से मुलाकात हुई. उसने बताया कि उसका पड़ोसी अभिजीत सिंह सरकारी नौकरी लगवाने का काम करता है, जिसके लिए रुपये लेता है. निमाई जब अभिजीत सिंह से मिला तो उसने अपने सहयोगी श्रेयांश यादव निवासी स्मृतिनगर से मिलवाया.
15 लाख में सौदा हुआ: निमाई के बेटे और बेटी को सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर 15 लाख में सौदा हुआ. बड़ी बेटी को नायब तहसीलदार और बेटे को एम्स हॉस्पिटल में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर नौकरी के लिए निमाई ने एफडी तोड़ी और खेत बेचकर 15 लाख का इंतजाम किया. नकद श्रेयांश यादव और अभिजीत सिंह को दे दिया. 15 फरवरी 2021 से 28 फरवरी 2021 के बीच पूरी रकम नकद उन्हें दी गई.
इसके बाद भी नौकरी नहीं लगने पर निमाई ने परिचित अभिषेक और उसके पिता को श्रेयांश यादव के घर भेजा और रुपये वापस मांगे. काफी दबाव के बाद श्रेयांश यादव और अभिजीत सिंह ने 5-5 लाख के 3 चेक बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा जुनवानी के दिए. उसने कहा कि दो चेक अभी क्लियर होंगे. बाकी एक जब कहेंगे तभी बैंक में पेश करना. 10 लाख तो निमाई को मिल गए, लेकिन बचा 5 लाख आज तक नहीं आया. दोनों ने फोन उठाना बंद कर दिया और चेक बैंक से बाउंस हो गया. इस मामले में आरोपी अभिजीत सिंह (24 वर्ष) निवासी हरिनगर दुर्ग को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है.