दुर्ग: नगर पालिक निगम भिलाई के सभागार में आयोजित सामान्य सभा बैठक में हंगामेदार रही. निगम क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में स्थित 1238 आवासीय व व्यावसायिक भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया और वार्ड 54 स्थित शहीद पार्क के पास पब्लिक लाइब्रेरी एवं रीडिंग रूम निर्माण में की गई. अनियमितता पर विपक्षी पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया. विपक्ष के भाजपाई पार्षदों में से एक तो विरोध जताते हुए जमीन पर ही बैठ गए. निर्दलीय व भाजपाई पार्षदों ने जमीन आवंटन की प्रक्रिया को बहुमत का अपमान बताया तो वही महापौर ने कहा कि सभी प्रक्रियाएं नियमानुसार की गई हैं.
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भिलाई नगर पालिका का पहला बजट किया गया पेश, विपक्ष दल ने किया हगांमा - Bhilai Municipality
नगर पालिक निगम भिलाई के सभागार में आयोजित सामान्य सभा बैठक में हंगामेदार रही. निगम क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में स्थित 1238 आवासीय व व्यावसायिक भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया और वार्ड 54 स्थित शहीद पार्क के पास पब्लिक लाइब्रेरी एवं रीडिंग रूम निर्माण में की गई. अनियमितता पर विपक्षी पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया.
नगर निगम सभागार में आयोजित सामान्य सभा में कुल 7 विषयों को चर्चा के लिए लाया गया था. लेकिन एजेंडा क्रमांक 5 पर जैसे ही चर्चा शुरू की गई. विपक्षी पार्षदों ने इस पर हंगामा शुरू कर दिया. निर्दलीय पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा और भाजपा के पार्षद पियूष मिश्रा का आरोप था कि नगर निगम में आयोजित सामान्य सभा में आज बहुमत का दुरुपयोग कर प्रस्तावों को पारित करा दिया है. भूखण्डों से सबंधित 293 प्रकरणों में सिर्फ भूखण्ड को बेचने के लिए बहुत कुछ छुपाया गया है. इसके अलावा प्रस्ताव क्रमांक 7 को भी बहुमत के आधार पर पास कर दिया गया. जिसमें पब्लिक लाइब्रेरी एवं रीडिंग रूम निर्माण के लिए 2 करोड़ 49 लाख रुपयों की राशि निगम चुनाव के दौरान प्रशासक द्वारा स्वीकृति होना बताया जा रहा है. जबकि 18 नवंबर 2020 की दी गई स्वीकृति पर जिस प्रस्ताव को पारित किया गया है लेकिन उस तिथि को नगर निगम का प्रशासक संचालन नहीं कर रहे थे.
विपक्षी पार्षदों द्वारा उठाये गये इन विषयों को लेकर नगर निगम के महापौर नीरज पाल ने कहा कि एंजेडे पर ही चर्चा की गई है. भूखंड के सबंध में शासन से मिली गाइडलाइन और न्यायालय के आदेश पर ही विषय को लाया गया है. नीलामी के माध्यम से ही उसका आवंटन किया जायेगा. वही महापौर ने कहा कि 2 करोड़ 49 लाख रुपयों के प्रशासक स्वीकृति वाला विषय है तो वह उस समय की परिस्थिति अनुसार लिया गया निर्णय था। उस दौरान कोरोना काल का भी दौर था.