भिलाई: अस्पताल की दीवार गिरने से महिला की मौत मामले में बुधवार को पुलिस ने ठेकेदार और सुपरवाइजर के खिलाफ केस दर्ज किया है. मामला 11 मई का है. बिना सुरक्षा उपकरण के गहरे गड्ढे में काम कर रहे दो मजदूरों पर अचानक दीवार गिर पड़ी. इसमें एक महिला मजदूर की मौत हुई थी. पुलिस की जांच में ठेकेदार और सुपरवाइजर की लापरवाही उजागर होने के बाद दोनों पर केस दर्ज किया गया है.
निजी हाॅस्पिटल का चल रहा था काम:सुपेला पुलिस के मुताबिक मजदूर दसमति अपने पति तुलसीराम प्रजापति के साथ ठेकेदार पवन पात्रों और सुपरवाइजर परमेश्वर साहू के अधीन निजी हाॅस्पिटल के पीछे निर्माणाधीन अस्पताल में काम कर रही थी. निर्माणाधीन अस्पताल के चारों तरफ सीमेंट ब्लाॅक वाली पुरानी दीवार खड़ी है. दीवार से लगा करीब 12 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया है. ठेकेदार और सुपरवाइजर ने दीवार को गिरने से बचाने के लिए कोई उपाय नहीं किया.
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अचानक गड्ढे में गिर पड़ी पुरानी दीवार:11 मई को निर्माणाधीन अस्पताल में जमीन से करीब 12 फीट गहरे गड्ढे में बिना सुरक्षा उपकरण के दसमत बाई, मनहरण, राधिका नेताम और अन्य मजदूर काम कर रहे थे. अचानक दीवार नीचे काम कर रहे मजदूर दसमत बाई और मनहरण नेताम पर जा गिरी. घटना में दसमत बाई मलबे में दब गईं. मनहरण के पैर में गंभीर चोट आई. अन्य मजदूरों ने मलबा से निकालकर दसमत बाई और मनहरन को इलाज के लिए शासकीय अस्पताल सुपेला में भर्ती कराया, जहां डक्टरों ने दसमत बाई को मृत घोषित कर दिया.
घटना को बाद जांच में ठेकेदार और सुपरवाइजर की लापरवाही से महिला की मौत की बात सामने आने पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. भिलाई में भवन निर्माण के दौरान इस तरह की लापरवाही आम है. घटनाएं होती रहती हैं और पुलिस केस भी दर्ज करती है, लेकिन कार्रवाई में पिछड़ जाती है. अब देखना ये है कि इस मामले में पुलिस ठेकेदार और सुपरवाइजर पर क्या कार्रवाई करती है.