धमतरी: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जहां एक ओर शासन-प्रशासन द्वारा राज्यों की सीमाओं को सील किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर धमतरी के एक गांव के लोगों ने अपने गांव की सीमा को सील कर दिया है, ताकि इस गांव के लोग बाहर नहीं जा सकें और ना ही दूसरे गांव के लोग इस गांव में आ सकें. इस गांव में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए ये प्रयास किया गया है.
कोरोना वायरस से बचाव के लिए गांव के युवाओं ने किया सीमा को सील
कोरोना वायरस के लॉकडाउन शुरू होने के बाद युवाओं ने अपने गांव की सीमा को सील कर दिया है. युवाओं ने नाकेबंदी कर बाहरी लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है.
कोरोना वायरस से बचाव और सुरक्षा के मद्देनजर लॉकडाउन शुरू होने के बाद जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत बरारी और आश्रित ग्राम कोटाभर्री के ग्रामीणों ने पहल करते हुए सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. गांव के युवाओं ने गांव के प्रवेश द्वार पर लकड़ी की सहारे नाकेबंदी कर दी है, साथ ही बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध भी लगा दिया है. वहीं गांव की सीमा पर किए गए घेराव की निगरानी बकायदा गांव के युवा पूरी सतर्कता से कर रहे हैं.
ग्रामीण युवाओं का कहना है कि लोगों की सुविधा के लिए यहां युवा बारी-बारी से सुबह से शाम तक तैनात रहते हैं. युवाओं द्वारा गांव के ग्रामीणों को ही प्रवेश दिया जा रहा है, साथ ही उनका रिकॉर्ड भी मेंटेन किया जाता है. जबसे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है, तब से ग्रामीणों ने यह फैसला लिया है. ग्रामीणों की यह पहल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए बेहद जरूरी है, साथ ही ग्रामीणों की स्वास्थ्य के प्रति ये जागरूकता मिसाल है.