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अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, रेत का ठेका निरस्त करने की मांग

अवैध रूप से रेत का परिवहन करा रहे रेत माफिया के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों ने शासन से रेत का ठेका निरस्त करने की मांग की है.

Villagers demanded cancellation of sand contract
ग्रामीणों ने खोला मोर्चा

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Published : Sep 8, 2020, 6:48 AM IST

धमतरी: महानदी से दिनदहाड़े अवैध रूप से रेत का परिवहन करा रहे रेत माफिया के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. गुस्साए ग्रामीणों ने इसकी शिकायत खनिज विभाग से की. हालांकि अफसरों के पहुंचने तक महानदी से रेत परिवहन कर रहे ट्रैक्टर चालक भाग निकले. इसके बाद ग्रामीणों की शिकायत पर खनिज महकमे ने अज्ञात ट्रैक्टरों के खिलाफ माइनिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. साथ ही सबंधित ठेकेदार को नोटिस दिए जाने की तैयारी है.

ठेका निरस्त करने की मांग

सोमवार को धमतरी जिले के खरेंगा गांव में बड़ी संख्या में ग्रामीण खदान में इकट्ठा हो गए. उन्होंने ट्रैक्टर से रेत चोरी कर रहे है लोगों को रंगे हाथ पकड़ लिया. लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी पहुंचते तब तक ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर लेकर भाग खड़े हुए. ग्रामीणों ने बताया कि 15 जून से रेत खनन पर शासन ने रोक लगा दिया है. लेकिन इसके बाद भी कुछ रेत माफिया डंपिंग के नाम पर रेत की चोरी करा रहे हैं. हर रोज रात के अंधेरे में बड़ी गाड़ियों में रेत भरकर बाहर सप्लाई की जा रही है. इसके अलावा अब दिन के उजाले में भी ट्रैक्टरों के जरिए रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. इसको लेकर गांव में भी विवाद की स्थिति की निर्मित हो रही है.

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ग्रामीमों को नहीं है जानकारी

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि रेत खदान किसके नाम पर आबंटित है. डंपिंग रखने की अनुमति किसको मिली है और कितने एरिया में खुदाई की जानी है. उसकी जानकारी तक गांव वालों को नहीं है. गांव के सरकारी कामों के लिए भी उन्हें रेत उपलब्ध नहीं कराया जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि रेत माफिया विरोध करने पर दादागिरी करते हैं.

ठेका निरस्त करने की मांग

बहरहाल आए महानदी से हो रहे रेत उत्खनन से परेशान ग्रामीणों ने शासन से रेत खदान का ठेका निरस्त करने की मांग की है. साथ ही रेत परिवहन करा रहे रेत माफियों पर नकेल कसने की मांग की है.

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