धमतरी: फर्जी कागज को असली नोट बनाने का झांसा देकर 10 लाख की ठगी करने का मामला सामने आया है. इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है. पुलिस के मुताबिक धमतरी के खरतुलि गांव का रहने वाला तरुण साहू इस मामले में ठगी का शिकार हुआ है.
जानकारी के मुताबिक पीड़ित तरुण साहू को अर्जुन्दा गांव का रहने वाला बाबा संतोष विश्कर्मा और उसका चेले संतराम अपनी जाल में फंसाया. उसके बाद दोनों ही एक और यादव बाबा के पास ले गए. जहां यादव बाबा ने सादे कागज को 500 के असली नोट में बदलकर दिखाया, वो भी एक बार नहीं बल्कि 3 बार ऐसा किया. इसके बाद तरुण साहू, ढोंगी बाबाओं के चक्कर मे फंस गया. इसके बाज पीड़ित ने 10 लाख रुपये डबल करने के लालच में यादव बाबा को दे दिये.
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पैसे मिलने के बाद यादव बाबा नकदी लेकर रफूचक्कर हो गया. पीड़ित तरुण साहू को जब ठगे जाने का एहसास हुआ तब उसने अर्जुनी थाना में अपने साथ हुई ठगी की शिकायत दर्ज करवाई. जिसके बाद पुलिस ने संतोष विश्कर्मा और संतराम को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि मुख्य आरोपी यादव बाबा अभी भी फरार है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
थाना अर्जुनी अंतर्गत ग्राम खरतुली के रहने वाल पीड़ित तरुण साहू ने 27 जुलाई की रात थाना अर्जुनी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जिला बालोद के अर्जुंदा थाना अंतर्गत ग्राम परसतराई निवासी संतोष विश्वकर्मा से विगत 1 वर्ष से जान पहचान है. जिसके द्वारा अपने साथी संतराम जोशी और यादव नामक बाबा के साथ मिलकर रकम को चौगुना करने का लालच देकर उसे डेमो दिखाया.
24 जुलाई को तीनों ने मिलकर उसके घर आए और रुपए चौगुनी करने के लालच में उसके द्वारा दिए गए 10 लाख रुपए को काले रंग के कपड़े में बांधकर उसे झांसा देकर भाग गए. रिपोर्ट पर आरोपी संतोष विश्वकर्मा, संतराम जोशी और यादव नामक बाबा के खिलाफ मामला दर्ज किया है. फिलहाल पुलिस यादव बाबा की तलाश कर रही है.