धमतरी: कुरुद में ग्राम पंचायत सचिव संघ अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बीते 23 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. इस आंदोलन का भाजपा के जनपद सदस्यों सहित कुरुद के सरपंच संघ ने भी समर्थन किया है. वहीं मांग पूरी नहीं होने पर सचिव संघ ने आत्मदाह करने की भी चेतावनी दी है.
शासकीयकरण की मांग को लेकर पंचायत सचिवों ने आत्मदाह की दी चेतावनी पंचायत कार्य हुए ठप
पंचायत सचिवों के हड़ताल पर जाने से ग्रामीण स्तर पर सारे शासकीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं. इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. पंचायतों में जमीनी स्तर के कार्य करने वाले पंचायत सचिव सरकार के 29 विभागों के कार्य को संपादित करते हैं. सचिवों ने इन्हीं कार्यों के शासकीयकरण की मांग की है. राज्य सरकार से अपनी मांग मनवाने के लिए कलम बंद-काम बंद का नारा लगाते हुए पंचायत सचिव और रोजगार सहायक कई दिनों से हड़ताल पर हैं.
शासकीयकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे पंचायत सचिव
पंचायत सचिव संघ ने आंदोलन के दौरान कहा कि त्रिस्तरीय पंचायती राज में ग्राम पंचायत सबसे निचले स्तर की जनसेवा की केंद्र है. सभी प्रशासनीय कार्य ग्राम पंचायत के सचिव से ही लिया जाता है. इनके ही हस्ताक्षर से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी होते हैं.