धमतरी: छत्तीसगढ़ सरकार पूरे प्रदेश में गौधन न्याय योजना चलाने जा रही है. सरकार की इस योजना को लोगों ने बहुत सराहा है. शहर में भी लोगों ने सरकार की इस योजना की तारीफ की है. शहरी क्षेत्रों में भी इस अभियान को लागू कर मवेशियों को संरक्षित कर दुर्घटना में कमी लाने की योजना बनाई गई है.
गौधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती है. इस योजना से पशु पालकों को अतिरिक्त लाभ तो मिलेगा ही साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. इसके साथ ही सड़कों पर जहग-जगह पड़े गोबरों और गंदगी से निजात मिल सकेगी. 20 जुलाई से प्रदेश में गोबर की खरीदी शुरू होगी. इस पल का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. डेयरी संचालक भी सरकार के इस फैसले को सराह रहे हैं.
पढ़ें: 14 जुलाई को होगी छत्तीसगढ़ कैबिनेट की बैठक, गोबर के दाम पर लगेगी मुहर
आय का जरिया बनेगा गोबर
गोबर का उपयोग खाद और कंडे बनाने के लिए किया जा रहा है. इसके साथ ही गोबर लोगों के आय का जरिया भी बनेगा. ग्रामीण बताते हैं कि पहले गोबर को बीनने का काम किया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे यह काम बंद हो गया नतीजन सड़को या गलियों में गोबर पड़ा रह जाता है जिसे उठाने वाला कोई नहीं है. उनका कहना इस योजना से पुराने दिन फिर लौट आएंगे.
शहर में आवारा मवेशी बड़ी चुनौती
धमतरी के लोगों का कहना है कि शहर में आवारा मवेशी एक बड़ी चुनौती रही है. नेशनल हाइवे में इन मवेशियों की वजह से कई हादसे हुए. बीते पांच साल में करीब 30 लोगों की जान आवारा मवेशियों के टक्कर से हुई है.