धमतरी: लाखों रुपए की लागत से बनाई गई कृषि उपज उप मंडी अब खंडहर में तब्दील हो रही है. सरकार किसानों को उनकी उपज पास में ही बेचने की सुविधा देने के लिए जगह-जगह मंडियों का निर्माण कर रही है, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता और रखरखाव के अभाव के चलते कई जगहों पर ये खंडहर बनती जा रही है. ऐसा ही नजारा नगरी विकासखंड के बेलरगांव ग्राम पंचायत में बनी कृषि उपज उप मंडी का है, जहां प्रशासनिक उदासीनता के चलते यह उपमंडी खंडहर हो गई है.
बेलरगांव के किसानों की मांग पर कृषि उपज उप मंडी का निर्माण साल 2005-06 में किया गया था. उस समय इस मंडी को करीब 30 लाख रुपए की लागत से बनवाया गया था. उसके बाद साल 2018-19 में लगभग 45 लाख रुपए की लागत से मंडी में बाउंड्रीवाल का निर्माण कर मंडी की चारदीवारी को भी सुरक्षित कर लिया गया. इसके अलावा गोदाम भवन और अन्य सुविधाएं भी इस परिसर में दी गई, लेकिन लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी उप मंडी केवल सफेद हाथी साबित हो रही है.
कोरिया: कोरोना काल में कृषि विभाग की बड़ी लापरवाही, खुले में फेंके जैविक उर्वरक और कीटनाशक