दंतेवाड़ाः छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा (dantewada)के नक्सल प्रभावित क्षेत्र (naxal affected area)में कोरोना काल (covid period)में किए गए कार्य का भुगतान नहीं होने के कारण युवा बेरोजगार (youth unemployed)मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (Chief Medical and Health Officer)के चक्कर काट रहे हैं. दरअसल, दंतेवाड़ा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में युवा बेरोजगारों को रोजगार देने के नाम पर कोरोनाकाल में 28 युवा बेरोजगारों को कोविड मरीजों (covid patients)की सेवा के लिए आपदा मोचन निधि (disaster response fund)से तीन महीने के लिए नियुक्त किया गया था. लेकिन जब कोरोना की रफ्तार थमी तो उन्हें सेवा से मुक्त कर दिया गया. इतना ही नहीं उन्हें इस दौरान के कार्य का भुगतान नहीं मिला है. जिसके लिए वह परेशान हो रहे हैं
आस्था का अपमान! कचरे की गाड़ी में गणपति की प्रतिमा, फेंक कर मूर्तियों का विसर्जन, लोगों में गुस्सा
वहीं, इन शर्तों के आधार पर इन युवाओं ने अपना कर्तव्य निर्वाह करते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर नक्सल प्रभावित इलाकों में जाकर काम को बखूबी निभाया. हालांकि जब कोरोना काल की तीसरी लहर देश में चल रही थी. इस परिस्थितियों में इन युवाओं को नौकरी से हटाने का नोटिस थमा कर इन लोगों की सेवा समाप्ति कर दी गई. वहीं, इन युवा बेरोजगारों को किए गए कार्य का अब तक भुगतान भी नहीं किया गया है. जिसके कारण ये युवा बेरोजगार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के चक्कर काट रहे हैं.