दंतेवाड़ा: महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. इन दिनों महिलाएं सीमेंट के खंभे और फेंसिंग जाली निर्माण कर रही हैं. महिलाएं इस स्वरोजगार से खुद को सक्षम बनाएंगी और दूसरी महिलाओं को इस व्यवसाय के लिए प्रेरित करेंगी.
अब तक सीमेंट पोल और जाली बनाने के लिए महिलाएं आगे नहीं आई थीं, लेकिन प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी प्रोजेक्ट के तहत आज जिले की 8 स्व सहायता समूह की महिलाएं काम कर रही हैं. जिले में सभी पंचायतों में देवगुड़ी और गोठान का निमार्ण किया जा रहा है. जिसमें घेराव के लिए सीमेंट पोल की आवश्यकता पड़ती है, इसीलिए इन 8 स्व-सहायता समूह की महिलाएं सीमेंट पोल का निमार्ण कर रही है.
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अब तक ये महिलाएं 4 हजार 450 पोल बेच चुकी हैं, जिसकी कीमत 14 लाथ 85 हजार रुपए है. इस योजना से 80 परिवार लाभान्वित हो रहे हैं. जिले में सचांलित समूहों द्वारा सीमेंट पोल निर्माण दिशा महिला ग्राम संगठन टेकनार, सीता महिला ग्राम संगठन गंजेनार, रानी लक्ष्मी ग्राम संगठन गाटम, दीपक महिला ग्राम संगठन मैलावाड़ा, जागृति महिला कलस्टर संगठन पेन्टा सीमेंट पोल का निमार्ण कर रही है.
महिलाओं ने बेचे 30 लाख से अधिक के चैंन लिंक फेंसिंग
जिले में 6 स्व-सहायता समूह चैन लिंक फेंसिंग का निमार्ण कर रहा है. जिसमें दिशा महिला ग्राम संगठन भांसी, शांति महिला ग्राम संगठन मटेनार, रानी लक्ष्मी ग्राम संगठन गाटम, रोयेमुंग ग्राम संगठन मासौड़ी, जगदम्बे स्व सहायता समूह नागफनी, माँंशक्ति ग्राम संगठन कुआकोंडा समूह शामिल है. इन्होंने अब तक 1 हजार 147 चैन लिंक फेंसिंग बेची है, जिसकी कीमत 30 लाख 96 हजार 900 रुपए है.
ग्राम पंचायत में होगी सप्लाई
चैन लिंक फेंसिंग निर्माण से 58 परिवार और सीमेंट पोल निमार्ण से 80 परिवारों लाभान्वित हो रहे है. चैन लिंक फेंसिंग और सीमेंट पोल निमार्ण से जुड़ना उस क्षेत्र की महिलाओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. इससे न सिर्फ महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी स्व-रोजगार से जुड़ने के अवसर खुल रहे हैं. वर्तमान में महिला समूह द्वारा तैयार किए गए सीमेंट पोल को सबसे पहले ग्राम पंचायत के लिए सप्लाई करेंगी.