दंतेवाड़ा :जिला मुख्यालय में जनसंपर्क विभाग भवन (public relations department building) की स्थिति जर्जर हो गई है. इसी जर्जर भवन में यहां के कर्मचारी बैठने को मजबूर हैं. वहीं इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. बता दें कि इस जनसंपर्क विभाग के भवन का साल 2005 में लोकार्पण (launch) किया गया था. इसके बाद से लगातार कई अधिकारी-कर्मचारी यहां आए और चले गए. लेकिन इस भवन की सुध लेने वाला कोई नहीं है. इस भवन की स्थिति ऐसी हो गई है कि इसके अंदर जगह-जगह से पानी टपकता रहता है. इसके बावजूद इस ओर कोई ध्यान देने वाला नहीं है, जबकि अपनी मौत को दावत देते हुए कर्मचारियों को यहां कार्य करना पड़ता है.
अनहोनी की आशंका : जनसंपर्क कार्यालय भवन से अधिकारियों ने तोड़ा "संपर्क", छत कमजोर-जगह-जगह से टपकता है पानी - dantewada news
जिला मुख्यालय में जनसंपर्क विभाग भवन की स्थिति जर्जर हो गई है. इसी जर्जर भवन में यहां के कर्मचारी बैठने को मजबूर हैं. इस जनसंपर्क विभाग के भवन का साल 2005 में लोकार्पण किया गया था. इसके बाद से लगातार कई अधिकारी-कर्मचारी यहां आए और चले गए, लेकिन किसी ने इसकी सुध नहीं ली.
जिले का जनसंपर्क विभाग ऐसा विभाग है जहां समस्त विभागों की खबरों का आकलन किया जाता है. इसके माध्यम से आम जनता को समस्त विभाग के जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में पता चलता है. इसे कलेक्ट्रेट का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है. इसी विभाग के माध्यम से खबरें प्रकाशित होती हैं. इधर, जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बाबत कई बार हमने आवेदन दिया है, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. मजबूरन इस जर्जर भवन में काम करना पड़ रहा है. हालांकि नए कलेक्टर भवन में जनसंपर्क विभाग को कुछ कमरे दिये गए हैं, लेकिन कमरे बहुत छोटे होने के कारण अभी तक स्थानांतरण नहीं हो पाया है. हमलोगों ने बड़ी जगह की मांग की है, लेकिन अब तक जगह अलॉट नहीं किया गया है.
इस पूरे मामले में पत्रकार दिनेश गुप्ता ने बताया कि जनसंपर्क विभाग में पत्रकारों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन जनसंपर्क विभाग की इस भवन की स्थिति इतनी जर्जर है कि बरसात के दिनों में पूरी छत से पानी टपकता है. इसके बावजूद यहां के कर्मचारी अपनी मौत को दावत देते हुए इस भवन में कार्य कर रहे हैं. यहां कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है. छत से पानी टपकता है. शासन-प्रशासन व सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए.