जल जंगल जमीन... दंतेवाड़ा के नाहडी में 7 पंचायतों के ग्रामीण एकजुट, बिना ग्राम सभा पुलिस कैंप खोलने का विरोध
दंतेवाड़ा जिले नाहडी ग्राम पंचायत में सात पंचायत के ग्रामीणों ने बिना ग्राम सभा के पुलिस कैंप खोले जाने और सिलगेर मामले को लेकर लामबंद होकर धरना-प्रदर्शन किया. ग्रामीण नाहाडी ग्राम पंचायत में शामिल हुए और आसपास के 7 पंचायतों के ग्रामीणों ने इस दौरान जल जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने के लिए सरकार के खिलाफ नारे लगाए.
दंतेवाड़ा :दंतेवाड़ा जिले के नाहडी ग्राम (Nahdi Gram Panchayat) पंचायत में सात पंचायत के ग्रामीण बिना ग्राम सभा के पुलिस (Police Camp To Be Opened Without Gram Sabha) कैंप खोले जाने व सिलगेर (Silger Case) मामले को लेकर एकजुट हो गए हैं. ग्रामीणों ने इसको लेकर दो दिवसीय धरना-प्रदर्शन (Protest) कर नाहाडी ग्राम पंचायत में शामिल हुए. इस दौरान आसपास के 7 पंचायत के ग्रामीणों ने एकजुट होकर जल जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने को लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए. ग्रामीणों ने सरकार से अंदरूनी क्षेत्रों में जल्द से जल्द स्वास्थ्य, शिक्षा, रोड, बिजली-पानी की मांग करते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा फर्जी मुठभेड़ और फर्जी गिरफ्तारी बंद करने की मांग की.
धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए मूलवासी बचाओ मंच व जेल बंदी रिहाई मंच समिति आदिवासी समाज आयुक्त व आदिवासी युवा छात्र संगठन ने सरकार से आदिवासी युवा बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिये जाने की मांग की है. साथ ही हिडमे मरकाम को जल्द से जल्द रिहा करने की भी मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि मरकाम निर्दोष आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता है, जिसे पुलिस ने फर्जी मामले में गिरफ्तार किया है.
ये हैं प्रमुख मांगें
- बिना ग्राम सभा के कैंप नहीं खोला जाए.
- स्थानी भर्तियों में स्थानीय बेरोजगारों को पहले प्राथमिकता मिले.
- पुलिस फर्जी एनकाउंटर करना बंद करें और निर्दोष आदिवासियों को जेल से रिहा करें.
- आदिवासी बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता मिले.
- अंदरूनी क्षेत्रों के गांव में जल सेजल स्वास्थ्य शिक्षा बिजली पानी की व्यवस्था हो.