दंतेवाड़ा: पंचायत संघर्ष समिति की अगुवाई में एक बार फिर आदिवासी समाज ने 'नंदराज बचाओ' अभियान छेड़ दिया है. भूमकाल दिवस के मौके पर इलाके के सर्व आदिवासी समाज के लोग फिर एकजुट नजर आने लगे हैं. इसी कड़ी में हजारों आदिवासियों ने अपने क्रांतिकारियों की याद में भूमकाल दिवस पर 15 किलोमीटर पदयात्रा कर नंदराज पर्वत पहुंचे. जहां सभी ने आदिवासी विधि विधान से पूजा अर्चना कर खदान के बहिष्कार का संकल्प लिया.
दरअसल, पंचायत संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों के अनुसार सन 1910 में वीर गुण्डाधुर, वीर गेंद सिंह ने जल जंगल जमीन और अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए भूमकाल विद्रोह किया था, जिसके कारण भूमकाल दिवस को NMDC खदान डिपॉजिट नम्बर 13 स्थित देवधाम पेटोडमेटा में आदिवासियों ने परंपरागत तरीके से पूजा किया. साथ ही आदिवासी नाट्य मंडली ने परंपरागत नृत्य और गीत के माध्यम से जल जंगल और जमीन को बचाए रखने की अपील भी की.