दंतेवाड़ा : नक्सली हमले में जान गंवाने वाले बीजेपी विधायक भीमा मंडावी को पुलिस ने नकुलनार आने से रोका भी था, लेकिन वो नहीं माने और नक्सलियों के हमले में उनकी मौत हो गई. एसपी अभिषेक पल्लव ने खुलासा किया है कि, 'तीन बजे तक मंडावी को DRG के 50 जवानों की सुरक्षा दी गई थी, इसके बाद थाना प्रभारी ने उन्हें नकुलनार आने से रोका था'.
एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि, 'विधायक भीमा मंडावी को तीन बजे तक डीआरजी के 50 जवानों की सुरक्षा दी गई थी, 3 बजे विधायक ने नकुलनार आने की बात कही, जिस पर TI द्वारा उन्हें रोका गया, लेकिन वो नहीं माने और यहां के लिए निकल गए'.