दंतेवाड़ा:जिले में लोन वर्राटू अभियान काफी कारगर साबित हो रहा है. नक्सल उन्मूलन अभियान लोन वर्राटू से प्रेरित होकर गुरुवार को इनामी नक्सली ने समर्पण (rewarded Naxalite surrenders in Dantewada)कर दिया. समर्पित नक्सली ने समाज की मुख्यधारा से जुड़कर आगे की जिंदगी जीने की इच्छा जताई है.
गुरुवार का दिन दंतेवाड़ा पुलिस और सीआरपीएफ के लिए काफी अच्छा रहा. इस दिन सक्रिय व इनामी नक्सली ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. नक्सली का नाम कोसा मरकाम है. 23 साल का कोसा फुलपाड़ कोयलनपारा का रहने वाला है. जो नक्सली संगठन से कुछ साल पहले जुड़ गया था. लेकिन अब वो नक्सली संगठन की खोखली विचारधारा से मुंह मोड़ते हुए समाज की मुख्यधारा में जुड़ गया है.
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कोसा मरकाम ने CRPF डीआईजी विनय कुमार सिंह, SP अभिषेक पल्लव, सीआरपीएफ 111वी बटालियन कमांडेंट अम्ब्रेश कुमार, हर्षपाल सिंह के सामने कुआकोंडा थाने में आत्मसमर्पण किया. समर्पित नक्सली पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित था. जिसे उसके खाते में जमा करा दिया गया है.
क्या है लोन वर्राटू अभियान? (loan varratu campaign )
नक्सल उन्मूलन के तहत दंतेवाड़ा जिले के अलग-अलग गांवों में लोन वर्राटू अभियान (घर वापस आइए) चलाया जा रहा है. इसके तहत जो व्यक्ति नक्सली संगठन में सक्रिय है, उन्हें आत्मसमर्पण कर सम्मानपूर्वक जीवन व्यापन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. थाना, कैंपों और ग्राम पंचायतों में संबंधित क्षेत्र के सक्रिय नक्सलियों के नाम चस्पा कर उन्हें नक्सल संगठन छोड़कर वापस अपने घर आने की अपील की जा रही है. लोन वर्राटू अभियान के तहत 4 दिसंबर तक 119 इनामी नक्सली सहित कुल 475 नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं.