दंतेवाड़ा: जिले के किरंदुल थाने क्षेत्र के गुमियापाल में 14 जुलाई को हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को नक्सलियों ने फर्जी बताया है. दरभा डिवीजन कमेटी ने प्रेस नोट जारी कर मारे गए दोनों नक्सली को नक्सलियों का डॉक्टर बताया है, साथ ही उनके पास कोई हथियार नहीं होने का भी दावा किया है. हालांकि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मारे गए नक्सली से एक हथियार बरामद होने का दावा किया है.
गुनियापाल में हुई मुठभेड़ को नक्सलियों ने बताया फर्जी, कहा- डॉक्टर थे मारे गए दो लोग - ग्रामीणों को दी चेतावनी
दरभा डिवीजन कमेटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 4 जुलाई को हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए दोनों लोगों को नक्सलियों का डॉक्टर होना बताया है, साथ ही ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी न करने की चेतावनी दी है.
दरभा डिवीजन कमेटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मारे गए दोनों लोगों को नक्सलियों का डॉक्टर होना बताया है. उन्होंने प्रेस नोट में लिखा है कि ये लोग किरंदुल क्षेत्र में बीमारी का इलाज करने पहुंचे थे. किसी ने मुखबिरी कर पुलिस को इसकी सूचना दे दी. उन्होंने ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी न करने की चेतावनी दी है.
ग्रामीणों को दी चेतावनी
नक्सलियों ने ग्रामीणों को चेतावनी देते हुए लिखा है कि पुलिस के मुखबिर न बने इसका परिणाम बुरा हो सकता है. बता दें कि पुलिस ने गुमियापाल में हुई मुठभेड़ में 5-5 लाख रुपए के दो इनामी नक्सली मंगली और एमला देवा को मार गिराने का दावा किया था. वहीं एक महिला नक्सली के गिरफ्तार होने की भी बात कही थी.