नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि आदिवासियों के हित के बारे में राज्य सरकार को विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन से आदिवासियों का गहरा नाता है.
आदिवासियों का आंदोलन : रोटी साथ और तीर- कमान हाथ, अपना हक मांगने निकले हजारों ग्रामीण - kirandul
2019-06-07 17:01:45
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जल, जंगल और जमीन से आदिवासियों का गहरा नाता है.
2019-06-07 16:07:54
आंदोलन में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी तीर-कमान के साथ जुटे हैं.
2019-06-07 15:26:16
मंत्री कवासी लखमा ने आदिवासियों के आंदोलन का समर्थन किया.
मंत्री कवासी लखमा ने आदिवासियों के आंदोलन का समर्थन किया है. लखमा ने अडानी को आवंटन रद्द करने की मांग की है, साथ ही कहा कि हेलीकॉप्टर न मिलने की वजह से वे किरंदुल नहीं जा पाए.
2019-06-07 12:52:12
दीपक कर्मा और सोनी सोरी ने किया समर्थन
नक्सलियों के समर्थन देने के सवाल पर स्व.महेंद्र कर्मा के बेटे दीपक कर्मा ने कहा कि जब भी ग्रामीण जायज मांगों के लिए एकजुट होते हैं, नक्सली इसी तरह का प्रोपेगेंडा करते हैं. आप नेता और सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने कहा कि इस पहाड़ से आदिवासियों की आस्था जुड़ी हुई है.
2019-06-07 12:21:30
दंतेवाड़ा के किरंदुल में 2 सौ गांव के आदिवासी समाज के लोग NMDC का घेराव करने पहुंच चुके हैं
नंदराज पर्वत में होने वाले खनन का विरोध करते हुए आदिवासी समाज बड़े आंदोलन के लिए कूच कर चुका है. दंतेवाड़ा के किरंदुल में 2 सौ गांव के आदिवासी समाज के लोग NMDC का घेराव करने पहुंच चुके हैं और किसी भी कर्मचारी को खदान के अंदर घुसने नहीं दिया गया है. आदिवासियों ने चेक पोस्ट को घेर लिया है और NMDC में काम पूरी तरह ठप है.
नंदराज पर्वत जिसे आदिवासी देवता मानते हैं इस पर खुदाई के लिए अडानी ग्रुप को लीज पर दिया गया है. इस खनन ब्लॉक को डिपॉजिट- 13 के नाम से जाना जाता है.
- दंतेवाड़ा के चार ब्लॉक और पड़ोसी जिले सुकमा से भी ग्रामीण पहुंचे हैं.
- खाने की पोटली लेकर 25 हजार से अधिक ग्रामीण एनएमडीसी का घेराव करने पहुंचे हैं.
- इसके निजीकरण का श्रमिक संगठन भी विरोध कर रहे हैं. ये संगठन भी आज आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं.
- इस आंदोलन में शामिल होने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पहुंच चुके हैं.
- पुलिस ने कार्रवाई की चेतावनी दी है. बिना अनुमति प्रदर्शन करने पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.
- दरभा डिवीजन के नक्सलियों ने पर्चा फेंक कर प्रदर्शन को समर्थन देने का आह्वान किया है.
- सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. एक हजार जवानों की तैनाती की गई है.
- पुलिस का मानना है कि नक्सलियों के बहकावे में आकर ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.