दंतेवाड़ा:छत्तीसगढ़ केनक्सल प्रभावित इलाकों में स्थिति न बिगड़े इसके के लिए नर्स, एएनएम और मितानिन जैसी स्वास्थ्यकर्मी लगातार सेवा दे रही हैं. वैक्सीन को लेकर डर और अफलाह के बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों को जागरूक कर रही है. नक्सल प्रभावित दूरस्थ जंगलों में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है. इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम अहम भूमिका निभा रही है. जिले में पदस्थ ANM दीपिका नाग और उनकी टीम नक्सल प्रभावित क्षेत्र मेटापाल-पोन्दुम में जाकर कोरोना संक्रमण के प्रति ग्रामीणों में जागरूकता अभियान चला रही है. गांव के बुजुर्गों का वैक्सीनेशन चल रहा है. कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करने के लिए उनकी मातृभाषा गोंडी और हल्बी में जागरूकता भी फैलाया जा रहा है. ग्रामीणों को कोरोना से बचने के उपाय और टीकाकरण के फायदे के बारे में बताया जा रहा है.
कोरोना से 8 नक्सलियों की मौत कई संगठन छोड़कर भागे: दंतेवाड़ा एसपी
अहम भूमिका में है स्वास्थ्य विभाग की टीम
ETV भारत की टीम ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र मेटापाल-पोन्दुम में फ्रंटलाइन वॉरियर ANM दीदियों से चर्चा की है. दीप्ति नाग और उनकी टीम ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के अधिकांश नक्सल प्रभावित अंदरूनी के इलाकों में जाकर टीम कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता अभियान चला रही है. टीम गांव वालों को घर-घर जाकर कोरोना टीकाकरण के फायदे बता रही है. अधिकांश गांव में कोरोना के प्रति अंधविश्वास बना हुआ है. जिसे उनकी गोंडी हल्बी भाषा में समझा कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है.