जगदलपुर: नवरात्र के दिनों में देवी मंदिर की रौनक देखते ही बन रही है. नवरात्र के चौथे दिन 52 शक्तिपीठों में से एक दंतेश्वरी मां के दर्शन को हजारों की संख्या में भक्तजन पहुंच रहे है. मां दंतेश्वरी को बस्तर की कुलदेवी माना जाता है. कहा जाता है कि मां दंतेश्वरी के दर्शन मात्र से ही लोगों की मनोकामना पूरी हो जाती है.
मां दंतेश्वरी दरबार में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, कोई नंगे पैर तो कोई घुटनों के बल पहुंचे दर
जगदलपुर के दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में भक्तों का तांता लगा हैं. मां दंतेश्वरी सभी भक्तों कि मनोकामनाएं पूरी करती है. वहीं श्रध्दालु माई दंतेश्वरी को प्रसन्न करने के लिऐ 100 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर रहे हैं.
रियासतकाल से ही देवी के प्रति लोगों की आस्था जुड़ी हुई है और इसी आस्था की वजह से दूर-दराज से लोग कड़ी धूप में पैदल यात्रा कर बस्तर पहुंचते हैं और हजारों की संख्या में मनोकामना दीप जलाकर मां से मन्नते मांगते हैं. इस यात्रा में केवल बड़े ही नहीं बल्की बच्चे, बूढे़ और महिलाएं भी शामिल रहती हैं. पदयात्रियों के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से जगह-जगह पंडालों लगाकर फलाहार, भोजन और स्वास्थ सेवा जैसे सुविधाएं दी जाती है
लोगों की है गहरी आस्था
कहते है कि आतंक पर सदैव आस्था भारी पड़ी है. यही वजह है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के बावजूद बस्तर में बड़ी संख्या में श्रध्दालु मां दंतेश्वरी के दर्शन के लिए पहुंचते है. मां के प्रति भक्तों की यही आस्था उन्हें जगदलपुर से दंतेवाड़ा तक पैदल यात्रा करने की शक्ति देती है. लोगों की मानयता है कि दंतेश्वरी मां सभी की मनोकामना पूरी करती है.