दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर आवागमन सुविधा मुहैया कराने में छिंदनार (Chhindnar Bridge Dantewada) पुल बड़ी भूमिका निभाएगा. यह पुल 3874.26 लाख रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है. इसकी कुल लंबाई 712.00 मीटर और चौड़ाई 8.40 मीटर है. इस पुल का विधिवत लोकार्पण आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Baghel will Inaugurate Chhindnar Bridge in Dantewada) ने किया. साथ ही 26 जनवरी के दिन इसी छिंदनार पुल पर जिला प्रशासन और ग्रामीण एक साथ तिरंगा फहराएंगे.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि ''इस पुल का फायदा स्कूली बच्चों के साथ ही बारिश में जान खतरे में डाल डोंगी से नदी पार करने वाले ग्रामीणों को भी मिलेगा. डायल-112, एंबुलेंस 108 की सेवा आपके गांव तक पहुंचेगी. यह पुल सही मायने में विकास का द्वार है.''
तेज बारिश में ढहा मनियारी नदी पर बना पुल, ग्रामीणों ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
अब न बच्चों का छूटेगा स्कूल, बारिश में भी आवागमन कर सकेंगे लोग
दंतेवाड़ा के विकासखंड गीदम के नक्सल प्रभावित ग्राम चेरपाल, तुमरीगुण्डा, पाहुरनार और कौरगांव के स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को बारिश के मौसम में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने राज्य शासन को इंद्रावती नदी पर पुल बनाने का प्रस्ताव भेजा था. राज्य शासन से प्रस्ताव पास होने के बाद बहुत ही तेज गति से इस पुल का निर्माण कार्य पूर्ण कराया. बता दें कि नक्सल प्रभावित चार गांवों में बारिश के दिनों में आवागमन की समस्या उत्पन्न हो जाती थी. पुल बन जाने से ये गांव विकास की ओर बढ़ेंगे और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
इन्द्रावती नदी में बरसात के दिनों में बाढ़ आने पर ग्रामीणों को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता था. पुल बन जाने से अब पार के गांवों में मूलभूत सुविधाओं के विकास में तेजी आई है. गांवों में बिजली भी पहुंच गई है.इन्द्रावती नदी के उस पार स्थित सभी गांवों के घरों में बिजली पहुंचाने के लिए 3 करोड़ 91 लाख रुपए की स्वीकृत दी गई है.