गौरेला पेंड्रा मरवाही: पूरा मामला मरवाही जनपद के गुल्लीडांड़ ग्राम पंचायत का है, जहां जिले का सबसे पहला मॉडल गौठान बनाया गया था. (women self help group Allegations on District CEO) जिसकी नींव खुद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने रखी थी. मॉडल गौठान बनने के बाद यहां की महिलाओं को यह भरोसा था कि इससे उन्हें अच्छा खासा रोजगार मिलेगा. लेकिन गुल्लीडांड के मां शारदा स्व सहायता समूह के महिलाओं ने बताया कि "वर्ष 2020 में उन्होंने गोबर से 1000 गमले बनाये थे, जिसे गौठान में बने एक कमरे में ही बिक्री हेतु रखे थे. लेकिन कुछ दिन बाद मरवाही जनपद के सीईओ राहुल गौतम ने गौठान से निकालकर कही फिंकवा दिया. जिससे उनका मेहनताना तो दूर, उनकी लागत भी उन्हें वापस नहीं मिल पाई. gaurela pendra marwahi news
मरवाही के गौठान में गोबर के गमले फिकवाने का मामला, सीईओ के खिलाफ महिलाएं लामबंद - मुख्य कार्यपालन अधिकारी राहुल गौतम
छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना गौठान से महिलाओं को एक बड़ा रोजगार मिल रहा है. ग्रामीण अंचल की महिलाओं को सक्षम करने के लिए सरकार इस योजना में अलग अलग तरह के काम के माध्यम से आय करने का मौका दे रही है. महिलाएं इन गौठानों में गोबर खाद गोबर से बने गमले, दीपक जैसी पारंपरिक चीजों को बनाकर अच्छा खासा मुनाफा कमा रही. मरवाही में गोठान योजना के संरक्षण के लिए प्रशासन की ओर से तैनात मरवाही जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राहुल गौतम पर गंभीर आरोप (women self help group Allegations on District CEO) लगे हैं. आरोप है कि उन्होंने स्व सहायता समूह द्वारा बनाए गए गमलों को फेंकने का आरोप है. gaurela pendra marwahi news
गमलों को फिंकवाने के मामले में घिरे जनपद सीईओ
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शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई: मरवाही के इस मॉडल गौठान की स्तिथि भी अब बदतर हो गयी है. गमला फेंके जाने के मामले में गौठान समिति की महिलाओं द्वारा बार बार प्रशासन के पास यह बात रखने के बाद भी अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. और न ही उन्हें गमले की कुछ भी राशि मिल पाई है. ऐसे में महिला स्व समूह के महिलाओं अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है.