बिलासपुर:लंबे समय से मैदानी रूप में तब्दील हो चुकी अरपा नदी इन दिनों पूरे शवाब पर है. जिसे देखने नदी के किनारे लोगों की भीड़ जमा हो रही है. अरपा नदी में बीते कई सालों से बरसात के दिनों में भी पानी का बहाव कम ही देखने को मिलता है.
ईटीवी भारत की मुहिम से जुड़े सामाजिक संगठन, अरपा नदी की कराई साफ-सफाई - बिलासपुर ताजा खबर
ईटीवी भारत की भी प्रदेश स्तरीय मुहिम 'नदिया किनारे-किसके सहारे' से प्रभावित होकर कई संगठन भी अरपा नदी की साफ-सफाई के लिए आगे आए. जिसका असर है कि आज अरपा नदी पूरी तरह से लबालब दिख रही है.
ईटीवी भारत की मुहिम का हुआ व्यापक असर
शहर की जीवनदायिनी अरपा नदी पूरी तरह से लबालब दिख रही है. स्थानीय लोगों की मानें तो इस बार नदी की सफाई सामाजिक संगठनों ने जनभागीदारी कर व्यापक पैमाने पर की है, जिसका असर यह हुआ कि नदी में पानी का बहाव बढ़ गया. ईटीवी भारत की भी प्रदेश स्तरीय मुहिम " नदिया किनारे-किसके सहारे " का व्यापक असर हुआ है. वहीं कई संगठन हमारी मुहिम से प्रभावित होकर अरपा की साफ-सफाई में जुटे.
कई सालों बाद बढ़ा अरपा नदी का जलस्तर
आपको बताते चलें कि अरपा नदी का उद्गम पेंड्रा के ऊंचाई वाले अमरपुर क्षेत्र से हुआ है, जहां इस साल औसत से बेहतर बारिश हुई है. यही वजह है कि अरपा नदी में इस बार पानी का स्तर कई सालों बाद बेहतर दिख रहा है. साथ ही अरपा में 34,486 लाख लीटर पानी भैंसाझार बैराज से छोड़ा गया है. जिस कारण से भी अरपा अभी लबालब दिख रही है.