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छत्तीसगढ़ में बुलेट ट्रेन की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेनें !

नागपुर और झारसुगुड़ा के बीच अब ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की कवायद तेज हो (Now the speed of trains between Nagpur and Jharsuguda) गई है. जिसका सफल परीक्षण भी किया गया.अब ट्रेनें 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी.

train will run at speed
रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन

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Published : May 27, 2022, 8:42 PM IST

बिलासपुर:नागपुर और झारसुगुड़ा के बीच अब ट्रेनें 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से (Now the speed of trains between Nagpur and Jharsuguda) दौड़ेंगी. इस सेक्शन में अप, डाउन और मिडिल लाइन को 130 किमी की स्पीड के लिए तैयार कर लिया गया है. पहले फेज में नागपुर से दुर्ग तक स्पीड लाइन तैयार करने के बाद अब दूसरे फेज में दुर्ग से झारसुगुड़ा तक लाइन को 130 किमी स्पीड के लिए तैयार कर लिया गया है. लाइन का ट्रायल कर रिपोर्ट सीआरएस को भेजा जा रहा है, जिसके बाद सीआरएस से अनुमति मिलते ही इस लाइन पर 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ने लगेंगी.

किया गया ट्रायल: देश में संचालित ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की बात की जा रही है. इसी कड़ी में साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे भी जोन से गुजरने वाली ट्रेनों का स्पीड 130 किमी प्रतिघंटा करने की कवायद कर रहा है. जिसके लिए नागपुर से झारसुगुड़ा तक करीब 617 किलोमीटर की लाइन को 130 किमी प्रतिघंटा की स्पीड के लिए तैयार कर लिया गया है. पहले फेज में नागपुर से दुर्ग तक इसका सफल ट्रायल किया गया है, जिसे सीआरएस से हरी झंडी पहले ही मिल गई है.

एसईसीआर का सफल परीक्षण

ऐसे तय होगी दूरी: जबकि दूसरे फेज में दुर्ग से झारसुगुड़ा तक 320 किलोमीटर की लाइन को भी अब 130 किमी स्पीड के लिए रेडी कर लिया गया है. जिसमें ट्रायल के लिए 24 कोचों के साथ 130 किमी की रफ्तार से ट्रायल की ट्रेनें दौड़ाई गई है. इसका भी ट्रायल सफल माना जा रहा है. लाइन का ट्रायल रिपोर्ट सीआरएस को भेजा जा रहा है, जिसके बाद सीआरएस से अनुमति मिलते ही इस लाइन पर भी 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ने लगेंगी. 130 किमी स्पीड लाइन होने से नागपुर से झारसुगुड़ा पहुंचने में ट्रेनों को केवल चार से सवा चार घंटे का समय लगेगा. वर्तमान में यहां ट्रेनें 80 से 110 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड से चल रही है. ऐसे में इस दूरी को तय करने में करीब 9 से 10 घंटे का समय लगता है.

सीआरएस की अनुमति के बाद रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन:दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर जोन के सीजीपीआरओ साकेत रंजन ने बताया कि पहले चरण में नागपुर से दुर्ग तक लाइन को सीआरएस से हरी झंडी मिल गई है. साथ ही अब दूसरे चरण में दुर्ग से झारसुगड़ा तक का भी ट्रायल कर लिया गया है. ट्रायल रिपोर्ट सीआरएस को भेजा जा रहा है, जिसके बाद सीआरएस से अनुमति मिलते ही नागपुर से झारसुगुड़ा के बीच 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ने लगेंगी.

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2 घंटे 10 मिनट में दुर्ग से बिलासपुर पहुंची ट्रेन: साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने के लिए गुरुवार को इसका परीक्षण किया गया. परीक्षण के दौरान दुर्ग से बिलासपुर आने वाली ट्रेन को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई गई. यह ट्रेन सुबह 8:30 बजे जोनल स्टेशन बिलासपुर में बिना रुके रवाना हुई. ट्रेन छूटने के बाद और बिलासपुर पहुंचने तक लगभग 2 घंटे 10 मिनट में पूरा सफर तय कर लिया था. इसलिए इस परीक्षण को रेल अधिकारियों ने सफल भी माना है.

दुर्ग से झारसुगड़ा का सफर 3 घंटे 45 मिनट:दुर्ग से झारसुगड़ा तक डाउन लाइन को परखने के लिए गुरुवार को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई. ट्रेन दुर्ग से सुबह 6:50 बजे में रवाना हुई. और सुबह 8:30 बजे में बिलासपुर होते हुए 10:45 बजे में झारसुगुड़ा रेलवे स्टेशन पहुंच गई. दुर्ग से बिलासपुर तक पहुंचने में ट्रेन को 2 घंटे 10 मिनट का समय लगा. वहीं, झारसुगड़ा 3 घंटे 45 मिनट में पहुंच गई. दुर्ग से झारसुगड़ा के बीच की दूरी 320 किलोमीटर है.

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