बिलासपुर : आपाधापी की इस जिंदगी में बढ़ते तनाव (Rrising Tension) के कारण डिप्रेशन (Depression) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं परिणामस्वरूप पिछले कुछ वर्षों में मनोरोगियों (Psychopaths) की भी संख्या बढ़ी है. इस तरह के मामले न बढ़ें, इसके लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस का आयोजन हर वर्ष 10 अक्टूबर को जागरूकता फैलाने के लिए पूरी दुनिया में किया जाता है. इस कड़ी में प्रदेश का इकलौता सेंदरी मेंटल हॉस्पिटल (Sendri Mental Hospital Bilaspur) मनोरोगियों के इलाज में अहम भूमिका निभा रहा है. छत्तीसगढ़ का एक मात्र शासकीय मानसिक रोगी हॉस्पिटल बिलासपुर के सेंदरी में स्थित है. यहां प्रदेश भर के मनोरोगियों का इलाज होता है. हॉस्पिटल में बाह्य और अंतः रोगी इलाज कराने आते हैं.
सेंदरी के मेंटल हॉस्पिटल में आने वाले रोगियों की जांच की जाती है और उन्हें काउंसलिंग के माध्यम से उनकी मानसिक स्थिति की जानकारी लेते हैं. इसके अलावा यहां मानसिक रोगियों के लिए मनोचिकित्सक मनोरोगियों को दवा के माध्यम से ठीक करते हैं. मेंटल हॉस्पिटल के प्रभारी डॉ बीआर नंदा ने बताया कि उनके यहां मनोरोगियों के इलाज के लिए बेहतर तकनीक की मशीनें हैं.
बड़ी संख्या में भर्ती हैं मरीज
प्रदेश का एक मात्र शासकीय हॉस्पिटल होने की वजह से यहां रोजाना इलाज के लिए प्रदेश के करीब 80 मरीज पहुंचते हैं. वर्तमान में करीब 132 मरीज भर्ती हैं, जिसमें महिला-पुरुष दोनों शामिल हैं. इन मनोरोगियों में कुछ के ही परिवार वाले हैं, जो उनके इलाज के लिए उन्हें भर्ती कराए हैं. बाकी मरीज जिनके कोई परिवार वाले नहीं हैं, इन्हें सीजेएम कोर्ट या पुलिस की मदद से इन्हें भर्ती कराया गया है. अब तक यहां 3842 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनमें से 3771 मरीज ठीक होकर जा चुके है.
नेपाल, बांग्लादेश से भी आते हैं मरीज