गौरेला पेंड्रा मरवाही : पेंड्रा रोड सारबहरा से गेवरारोड को जाने वाले छत्तीसगढ़ पूर्व पश्चिम रेल परियोजना अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहा (Pendra Road Rail Corridor increased trouble) है. यहां पर रेल परियोजना में काम कर रही ठेका कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड की लापरवाही देखने को मिली है. कंपनी इस इलाके में रेल लाइन निर्माणकार्य का काम कर रही है. लेकिन कंपनी ने रेल लाइन में जिन जगहों में नदी नालों के लिए पुल पुलिया बनाया है वो सही जगहों में नहीं बने हैं.जिसके कारण रेल लाइन के किनारे बसे गावों के किसानों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है.
GPM NEWS : पेंड्रा रोड रेल कॉरिडोर ने बढ़ाई परेशानी, गेवरा के कई गांव पानी में डूबे
GPM NEWS छत्तीसगढ़ पूर्व पश्चिम रेल परियोजना के तहत पेण्ड्रारोड से गेवरारोड रेल कॉरिडोर अब लोगों के किये परेशानी का सबब बनते जा रहा है. जहां पर बरसात के पानी का सही निकासी नही होने के कारण किसानों की सैकड़ों एकड़ खेत में जल भराव के कारण बेकार हो गए हैं. पहले जिन खेतों में फसल लहलहाती थी अब वहां तालाब नजर आ रहा है. जिसके बाद अब रेलवे और ठेकेदार के खिलाफ ग्रामीण अपनी नाराजगी जता रहे हैं.
बारिश तक तो बात समझ आती थी.लेकिन अब बारिश के बाद भी इलाके में जलभराव की समस्या जस की तस है. पेण्ड्रा ब्लॉक में पड़ने सरखोर,गिरारी,झाबर, भाड़ी,नवाटोला,समेत गौरेला ब्लाक के देवराज पारा सहित कई गांवों के किसानों की सैकड़ों एकड़ खेतों में बारिश का पानी भर गया जिसके कारण किसान अपने खेतों में खेती नही कर पाएं. जिसे लेकर किसान काफी नाराज हैं. किसानों का आरोप है कि रेल लाइन निर्माणकार्य कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते खेतों में बारिश का पानी भरा (Many villages of Gevra submerged in water) है.
स्कूल भी पानी में डूबा :देवराज पारा में शासकीय स्कूल के अंदर तक पानी भर गया है. जहां अब बच्चे नहीं पढ़ पा रहे हैं. ग्रामीण इस रेल कॉरिडोर में काम कर रही इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड कंपनी पर लापरवाही और अनदेखी का आरोप लगाते हुए यहां पर रह रहे किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगा रहे हैं.वहीं मामले में स्थानीय लोग रेल निर्माण सर्वे के दौरान लापरवाही बरतने की बात कही है . मरवाही विधायक केके ध्रुव भी मामले को संज्ञान में लेकर व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कह रहे हैं.वहीं मामले में बिलासपुर जोन के डीआरएम से भी शिकायत की गई थी. जिसके बाद डीआरएम ने जानकारी लेकर बात करने की बात कही है.