बिलासपुर:एक तरफ सरकार गांधी विचार पदयात्रा पूरे प्रदेश में निकाल रही है. वहीं दूसरी तरफ गांधी के विचारों पर अमल करते नहीं दिख रही है. ऐसा ही भ्रष्टाचार का एक मामला तखतपुर में देखने को मिला, जहां एक बुजुर्ग को प्रशासन की लापरवाही के चलते दर-दर भटकना पड़ रहा है. प्रशासन ने 80 वर्ष के बुजुर्ग को राशन देने से इंकार कर दिया है. बुजुर्ग को राशन दुकान से हर बार खाली हाथ लौटना पड़ रहा है.
पत्नी ने छोड़ा साथ तो प्रशासन ने भी मुंह फेरा, राशन के लिए भटक रहा बुजुर्ग - तखतपुर
तखतपुर में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग को राशन के लिए राशन दुकानों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. पत्नी की मृत्यु हो जाने के बाद राशन कार्ड हितग्राही की लिस्ट से बुजुर्ग का नाम काट दिया गया.
तखतपुर के परसाकापा गांव के 80 वर्षीय बुजुर्ग मारु को पत्नी के मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं होने की वजह से राशन नहीं दिया जा रहा है. इस मामले में राशन दुकान के कर्मचारी ने बताया कि उनका नाम राशन कार्ड हितग्राही से काट दिया गया है. इस विषय में खाद्य विभाग से अधिकारियों से पूछा गया, तो उन्होंने भी इस मामले में पल्ला झाड़ लिया.
बता दें कि बुजुर्ग को शासन की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है और न ही किसी प्रकार की पेंशन बुजुर्ग को सरकार की तरफ से दी जा रही है.ऐसी स्थिति में बुजुर्ग के लिए जीवनयापन करना कठिन हो गया है.