'निजात' अभियान की हुई शुरुआत बिलासपुर:लखीराम अग्रवाल स्मृति सभागृह से सोमवार को बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक बीएन मीना ने 'निजात' अभियान की शुरुआत करते हुए इसकी सराहना की. इस दौरान पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में तैयार लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया. वहीं पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर ने जागरूकता अभियान रथ ‘निजात‘ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस रथ के माध्यम से जिले के सभी थाना क्षेत्रों में अवैध नशे के खिलाफ लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
नशीले पदार्थों को ना जिदगी को हां : पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि "इसकी थीम 'नशीले पदार्थों को ना जिदगी को हां' रखा गया है. अभियान तीन चरण में चलाया जाएगा. पहले में नशे के सौदागरों पर जीरो टालरेंस नीति के तहत कार्रवाई की जाएगी. दूसरे चरण में जन जागरूकता बढ़ाई जाएगी और तीसरे चरण में नशे की गिरफ्त में आ चुके युवाओं की काउंसलिंग की जाएगी. उनका नशा छुड़ाया जाएगा.
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पुलिस महानिरीक्षक ने की अभियान की सराहना:पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज बीएन मीणा ने इस नई पहल की सराहना की. कहा "न केवल नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, बल्कि जो एडिक्ट हैं उनकी भी सहायता की जाएगी, ताकि वे इस बुराई से निकल सकें. आने वाले समय में नशे से जुड़े अपराध में कमी आएगी और लोगों का जीवन स्तर भी सुधरेगा. पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह पूर्व में जहां भी तैनात रहे, वहां इसी प्रकार ‘निजात‘ अभियान का कार्यक्रम लगातार संचालित किया. इससे उन जिलों में सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त हुए."
'निजात' अभियान की हुई शुरुआत
नशे से निजात के लिए सामाजिक सहभागिता जरूरी:आर्ट आफ लिविंग संस्था के प्रीतपाल सिंह गुंबर ने कहा कि "पूर्व में भी उनकी संस्था के माध्यम से नशा मुक्ति को लेकर कार्यक्रम होते रहे हैं. नशा मुक्ति एकतरफा नहीं हो सकता. नशे से निजात दिलाने के लिए सामाजिक सहभागिता भी बेहद जरूरी है. मेडिटेशन के माध्यम से लोगों को नशे से मुक्त होकर सुखद जीवन की ओर वापस लाने में मदद मिलती है."
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बुरी आदत से छुटकारा दिलाता है मेडिटेशन:प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बिलासपुर इकाई प्रमुख ब्रम्हकुमारी मंजु दीदी ने कहा कि "नशे से ग्रसित व्यक्ति मेडिटेशन और ध्यान के माध्यम से अपने बुरी आदतों से निजात पा सकता है. समस्या बढ़ने से पहले उसका निराकरण कर लेना आवश्यक है. अगर समस्या की शुरुआत में उसे न रोका जाए तो वह विकराल रूप ले सकता है."
बीमार व्यक्ति को भुगतने पड़ते हैं गंभीर परिणाम:इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिलासपुर के अध्यक्ष डाॅ. प्रशांत द्विवेदी और पूर्व अध्यक्ष ने डाॅ. अविजित रायजादा ने नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी. बताया कि "किस प्रकार पहले से बीमार कोई व्यक्ति अगर नशीली वस्तुओं का सेवन करता है तो परिणाम स्वरूप उसके स्वास्थय में गंभीर समस्या उत्पन्न होती है." नशे से निजात दिलाने के लिए काउंसिलिंग और आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराते हुए दोनों ने अभियान में सहयोग का आश्वासन दिया.
जिले में नशे के खिलाफ अब तक चला अभियान :पुलिस में 6 मामलों में 47 किलो गांजा, 15 ग्राम चरस, 3 मामलों में 184 कफ सिरप, 13 मामलों में 13 लीटर अंग्रेजी और 192 लीटर देसी शराब, 130 हुक्का पांठ, 260 सुगंधित तंबाकू जब्त किया है. नशे में गाड़ी चलाने वाले 185 और मोटर व्हीकल एक्ट में 45 पर कार्रवाई का गई है.