बिलासपुर: मोबाइल की लो बैटरी या बैटरी चार्जिंग खत्म होने से महत्वपूर्ण कार्य या बातचीत के दौरान मोबाइल बंद हो जाता है. इससे नुकसान भी उठाना पड़ता है. इस तरह की समस्या से अब लोगों को निजात मिलने वाली है. लोग अब अपनी सेहत दुरुस्त रखने के साथ ही पैदल चलकर भी मोबाइल की बैटरी चार्ज (mobile charge by walking) कर सकते हैं. यानी इस डिवाइस का उपयोग करने वाले को मोबाइल चार्ज के साथ सेहत बनाने और इम्यूनिटी गेन (mobile charging device) करने का मौका भी मिलेगा.
GGCU के प्रोफेसरों ने बनाया मोबाइल चार्जिंग डिवाइस: गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर (Guru Ghasidas Central University of Bilaspur) के 4 प्रोफेसरों की टीम ने यह खास डिवाइस बनाया है. भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय ने इस आविष्कार की सराहना करते हुए इसे 20 सालों के लिए पेटेंट भी किया है. सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के डॉ. रोहित राजा का यह पांचवा पेटेंट है.
डिवाइस से कैसे होगी मोबाइल की बैटरी चार्ज: बिलासपुर की गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित राजा ने बताया ''जब कोई इस डिवाइस को जूते में लगाएगा और पैदल चलेगा तो शरीर से निकलने वाले एनर्जी (charge mobile by walking) को यह डिवाइस, बिजली में तब्दील करेगी. यह बिजली मोबाइल में एक अलग से लगाए जाने वाले डिवाइस यूएसबी के माध्यम से मोबाइल की बैटरी चार्ज करेगी. इस डिवाइस को जूते में लगाने के बाद पैदल चलना होगा.''