Dhananjay Kaivart Becomes Gold Medalist: बिलासपुर में मजदूर का बेटा बना गोल्ड मेडलिस्ट, पढ़िए जीजीयू के इस स्टूडेंट की सक्सेस स्टोरी ! - Laborer son becomes gold medalist in Bilaspur
Dhananjay Kaivart Becomes Gold Medalist: बिलासपुर में मजदूर का बेटा गोल्ड मेडलिस्ट बना है. बिलासपुर के मल्हार में रहने वाले धनंजय कैवर्त ने एमए राजनीति में दो गोल्ड मेडल पाया है. इससे धनंजय के परिवार के लोग काफी खुश हैं.
बिलासपुर:बिलासपुर में शुक्रवार को गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दसवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों आज छात्र धनंजय कैवर्त सम्मानित हुआ. धनंजय को दो गोल्ड मेडल मिले हैं. मजदूर राजमिस्त्री के बेटे ने एमए राजनीति में दो गोल्ड मेडल हासिल किए हैं. उसके इस सम्मान को देखकर उसके पिता की आंखें भर आई
गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दसवें दीक्षांत समारोह में धनंजय एक ऐसा स्टूडेंट था, जिसने काफी कठिनाई से पढ़ाई पूरी की थी. बिलासपुर के मल्हार में रहने वाले धनंजय कैवर्त ने एमए राजनीति विज्ञान में दो गोल्ड मेडल पाकर अपने परिवार को गौरांवित किया हैं. धनंजय का पूरा परिवार मजदूरी करता है. कुल 11 लोगों का परिवार आर्थिक तंगी के कारण परेशान रहता है. हालांकि परिवारवालों का साथ और धनंजय की लगन ने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया.
परिवार काफी गरीबी में जीवन यापन कर रहा है. परिवार में 11 सदस्य हैं और सभी की जरुरतें है. उनकी जरूरत को उनके पिता पूरा करते हैं. बचपन से वह देख रहे हैं कि उनके पिता लगातार मेहनत करते आ रहे हैं. पूरा परिवार मजदूरी कर जीवन यापन कर रहा है. कभी काम मिलता है. कभी काम नहीं भी मिलता है. शासकीय नौकरी के लिए प्रयास करेंगे. अगर किस्मत में रहा तो सरकारी नौकरी मिल जाएगी नहीं तो दूसरा काम कर अपने परिवार की जरुरतों को पूरा करुंगा.- धनंजय कैवर्त, एमए राजनीति विज्ञान में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले छात्र
बता दें कि शुक्रवार को गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दसवां दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ. दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोल्ड मेडल हासिल करने वाले छात्रों का सम्मानित किया. इसके साथ ही शोधार्थियों को प्रमाण पत्र सौंपा. दीक्षांत समारोह में लगभग 108 छात्र-छात्राओं को राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया गया. वहीं, धनंजय को दो मेडल मिलने से परिवार सहित उसके पिता ज्यादा खुश हैं.