बिलासपुर: पिछले दिनों मेट्रीमोनियल साइट (matrimonial site) के माध्यम से बिलासपुर के बुजुर्ग ठगी का शिकार हुए थे. ठगों ने उनसे शादी करने के नाम (cheating in the name of marriage) पर 1 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया था. पुलिस ने मामले में आज आरोपियों को पकड़ लिया है. आरोपियों से ठगी करने के सामान सहित कई खाते और मोबाइल जब्त किए गए हैं
मेट्रीमोनियल साइट के जरिए ठगी बिलासपुर जरहाभाटा (Bilaspur Jarhabhata) के 72 वर्षीय मिर्जा असीम बेग सरकारी नौकरी करते थे. अब रिटायर्ड हो गए हैं. असीम बेग (Asim Baig) की पत्नी की मौत 2007 में गई थी. वे अकेले रहते हैं उनकी कोई औलाद नहीं है. घर में अकेले रहने और कोई सहारा नहीं होने की वजह से वे दूसरी शादी की सोच मेट्रीमोनियल में अपना बायोडाटा डालकर शादी के लिए महिला की तलाश कर रहे थे.
विज्ञापन के जरिए करते थे ठगी
वे पिछले दिनों अखबार में विज्ञापन देखकर रिवाज मैरिज ब्यूरो से संपर्क किया. उन्हें अपनी पत्नी की मौत के बाद एक जीवनसंगिनी की आवश्यकता थी. दिये गये नंबर पर मैरिज ब्यूरो से बात हुई तो उनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर ऑनलाइन 8500 रुपए लिए गए. उससे फोन पर एक महिला से बात कराई गई, जिसने खुद को अंजू यादव होना बताया और लिव इन रिलेशन में रहने की इच्छा जताई.
कई लोगों को लगाया चूना
बाद में महिला ने अपने किसी रिश्तेदार की बीमारी का बहाना करके, कई किश्तों में असीम बेग से एक लाख 20 हजार 500 रुपए अपने खाते में जमा करा लिए. इसके बाद महिला ने अपना फोन बंद कर दिया. उसके बाद असीम को ठगी का एहसास हुआ. इसके बाद उन्होंने पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई.
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रिवाज मैरिज ब्यूरो के नाम पर चलाते थे साइट
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य एकत्र करके रिवाज मैरिज ब्यूरो (riwaz marriage bureau) के संचालक मनीष उर्फ मालिक राम को हिरासत में ले लिया. पता चला कि कई लोग मिलकर रिवाज मैरिज ब्यूरो और इंडियन कल्चर नाम से फर्जी मेट्रीमोनियल साइट चलाते हैं. फर्जी सिम और बैंक खाते का उपयोग कर ये लोग विवाह के इच्छुक बुजुर्ग या रिटायर अधिकारी-कर्मचारियों को ठग लेते हैं. ठगी के लिए यह गिरोह सुंदर महिलाओं की फोटो अपनी साइट पर अपलोड करता है. उनके नाम से फोन पर बातचीत इनके गिरोह की महिला सदस्य करती हैं. फिर बाद में निजी समस्या या दुर्घटना बता कर पैसे वसूल करती रहती हैं .
पूछताछ करने पर मनीष ने अपनी साथी अजय साहू, संगीता यादव, पूजा कोरी और रोशनी मानिकपुरी का नाम बताया. जो उनके साथ इस काम में शामिल थे. सभी लोग बिलासपुर, सीपत, मुंगेली के ही विभिन्न मोहल्लों में रहते हैं. मिर्जा असीम बेग से पूजा यादव ने अंजू बनकर बात की थी और उन्हें बातों में फंसाया था.
उन्होंने कहा था कि उसके मामा बीमार हो गए हैं इसलिए वह जबलपुर आ गई है. बाद में उसने अलग-अलग परेशानी बता कर किस्तों में रुपये ठगे. पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से सिम कार्ड, कंप्यूटर, लैपटॉप और 55 हजार रुपये नगद जब्त किए गए हैं.