बिलासपुर:बारदाने की कमी के चलते एक बार फिर धान की खरीदी बंद हो गई है. इसकी वजह से किसान धान खरीदी केंद्रों में अपना धान बेच नहीं पाने की वजह से परेशान हो रहे हैं. शासन ने 20 फरवरी धान खरीदी की अंतिम तिथि निर्धारित की है.
पहले मौसम की मार अब बारदाने की कमी, परेशान हैं किसान वर्तमान में गौरेला धान खरीदी केंद्र, खोडरी धान खरीदी केंद्रों में 3 दिनों से, वहीं मरवाही में 1 हफ्ते से ज्याद समय से खरीदी बंद पड़ी हुई है. इन केंद्रों में किसान अपना धान लेकर पहुंच तो रहे हैं. लेकिन नए बार दाने ना होने की वजह से खरीदी केंद्रों में अपना धान बेच नहीं पा रहे हैं. मायूस किसान अपना धान वापस ले जाने को मजबूर हैं. तो कई किसान मंडी प्रांगण में ही अपना ध्यान रख कर नए बारदाने के इंतजार में लगे हुए हैं.
टोकन और आवागमन में धन का व्यय
किसानों का कहना है कि 'बारदाने न होने की वजह से हम अपना धान बेच नहीं पा रहे हैं और अब बार-बार आवागमन के साथ ही धान खरीदी केंद्र का चक्कर लगाना पड़ेगा. साथ ही नया टोकन काटना पड़ेगा उसके बाद ही धान बेचा जा सकेगा. जिससे हम किसानों की परेशानी बढ़ गई है'.
धान खरीदी केंद्रों में पसरा सन्नाटा
सहकारी समिति खोडरी के उपाध्यक्ष ने कहा है कि 'प्रशासन की कमजोरी के कारण खरीदी केंद्रों में बारदाना उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. धान खरीदी की समय सीमा खत्म होने को अब कुछ ही दिन शेष है. क्षेत्र के कई किसानों ने अभी तक खरीदी केंद्रों में अपना ध्यान नहीं भेज पाए हैं. इन सबके बीच अब बारदाने की कमी हो जाने के कारण खरीदी लगातार तीन दिनों से बंद पड़ी है'.
मांग पत्र भेजने के बाद भी बारदाना उपलब्ध नहीं
खरीदी केंद्रों के प्रभारियों ने उच्चाधिकारियों को नए बारदाना उपलब्ध कराने के लिए मांग पत्र भेजा है, लेकिन सिर्फ उच्चाधिकारियों की ओर से आश्वासन दिया गया. अब तक खरीदी केंद्रों में नए बारदाना उपलब्ध नहीं कराए गए.