बिलासपुर: जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर मस्तूरी ब्लॉक के खेरा जयरामनगर में सर्वशक्ति सती मां नर्मदा कुंड स्थित है. इस कुंड का विशेष महत्व है. इन दिनों नवरात्र में यहां की रौनक देखते ही बन रही है. दोनों नवरात्रों में मां सती मंदिर में ज्योति कलश जलाया जाता है, जिसके दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से अपनी मनोकामना लेकर माता के दरबार में पहुंचते हैं. माना जाता है कि मां सती के द्वार पर भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है.
यहां है नर्मदा का उद्गम स्थल, दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु - नवरात्र
बिलासपुर के सती मां के मंदिर में मां नर्मदा के कुंड के प्रति श्रद्धालुओं की ऐसी मान्यता है कि नर्मदा का उद्गम इस स्थान से हुआ है, इसके दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं.
यहां स्थित मां नर्मदा कुंड का विशेष महत्व है. ऐसी मान्यता है, कि इस स्थान पर नर्मदा का उद्गम स्थल है. सर्वशक्ति सती मां का यह मंदिर कुंड के समीप स्थित है. नवरात्र के नौ दिन माता के दरबार में भक्तों का तांता लगा रहता है, खासकर सप्तमी से नवमी के बीच यहां की रौनक और बढ़ जाती है.
ऐसी ही मान्यता ग्राम पेन्ड्री महामाया मंदिर की भी है. जहां श्रद्धालु जमीन पर लेटते हुए मां महामाया के दरबार में अपने मनोकामना लेकर पहुंचते हैं. मां के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से बड़ी तादाद में माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.