बिलासपुर : जिले में कोरोना के बढ़ते मरीज स्वास्थ विभाग की चिंता बढ़ा रही है. कोरोना काल में काम कर रहे कोरोना वॉरियर्स, डॉक्टर,नर्स और पुलिसकर्मी भी अब इसके चपेट में आ रहे है. जिले में पचपेड़ी थाना, सिविल लाइन थाना और चकरभाठा थाना को कंटेन्मेंट जोन बनाए जाने के बाद सभी पुलिस कर्मचारी और अधिकारी एहतियात बरत रहे हैं.
बिलासपुर में बढ़ाई गई कोरोना जांच की सीमा यही वजह है कि अब सभी थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों का कोरोनो टेस्ट कराया जा रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को रतनपुर थाने में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी पुलिसकर्मियों का सैंपल लिया है. रतनपुर थाने के कर्मचारियों की जांच रिपोर्ट आने के बाद यह तय किया जाएगा कि आगे थाने को कंटेन्मेंट जोन बनाया जाए या नहीं.
17 दिनों के अंदर 171 नए मरीजों की पुष्टि
कोरोना के शुरुआती दौर में कठघोरा से नजदीक होने के कारण रतनपुर थाना क्षेत्र को सेंसेटिव माना गया था. वहीं शुरुआती दौर में कोरबा का कठघोरा प्रदेश का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित क्षेत्र के रूप में उभरा. दूसरी ओर बिलासपुर जिले में भी कोरोना अब पैर पसारने लगा है. वहीं कोरोना अब शहर के सरकारी दफ्तरों तक पहुंच चुका है. जिले में अब तक कोरोना के 353 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जिसमें 122 मरीज शहरी क्षेत्र के हैं. वहीं जुलाई के महीने में सिर्फ 17 दिनों के अंदर ही 171 नए मरीजों की पहचान हो चुकी है.
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छत्तीसगढ़ में कोरोना का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में अब तक कोरोना के 4750 से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 3450 से ज्यादा लोगों को पूरी तरह ठीक किया जा चुका है. वहीं गुरुवार और शुक्रवार को मिले नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बाद एक्टिव केसों की संख्या 1280 से ज्यादा हो गई है, जिनका इलाज प्रदेश के अलग-अलग कोविड अस्पताल में जारी है. वहीं कोरोना से छत्तीसगढ़ में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है.