गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही: मरवाही विधानसभा उपचुनाव में ड्यूटी के दौरान वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) से मौत होने पर उन्हें अनुग्रह राशि दी जाएगी. किसी भी अधिकारी-कर्मचारी की कोरोना वायरस से मौत होती है तो उन्हें 30 लाख रुपये मुआवजा दी जाएगी. इसकी जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने दी.
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के मुताबिक संसदीय निर्वाचन, विधानसभा निर्वाचन और समय-समय पर होने वाले उपनिर्वाचन में नियोजित अधिकारियों और कर्मचारियों की कोरोना वायरस की वजह से मौत होने की स्थिति में 30 लाख रुपये देने का प्रावधान है. ये राशि उनके आश्रितों को दी जाएगी.
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कोरोना काल में चुनाव कराना बड़ी चुनौती
मरवाही उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर है. कोरोना काल में चुनाव संपन्न कराना शासन-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है. हालांकि इसके रोकथाम और बचाव के लिए प्रशासन पूरी तैयारी कर रही है. साथ ही ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने के लिए मतदाताओं को जागरूक करने का कार्य भी किया जा रहा है.
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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने ली थी बैठक
मरवाही उपचुनाव के मद्देनजर प्रशासन समय-समय पर अधिकारियों-कर्मचारियों की बैठक ले रही है. बीते 10 अक्टूबर को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने मरवाही विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे टीम भावना से काम करते हुए निष्पक्ष, स्वतंत्र और शांतिपूर्ण निर्वाचन में अपनी भूमिका निभाएं. उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने के लिए विशेष रूप से सतर्कता बरतने और सभी अधिकारियों को परस्पर समन्वय के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के निर्देश दिए है.