गौरेला पेंड्रा मरवाही :छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) काफी संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं. पिछले दिनों वो गौरेला पेंड्रा मरवाही में दौरे पर थे. इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जिले की मरवाही निवासी चार वर्षीय कुमारी अदिति के इलाज का आश्वासन दिये (Cm bhupesh baghel helps Aditi) थे. मुख्यमंत्री के आश्वासन पर जिले की कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने इलाज की प्रक्रिया शुरु की. दीपावली के बाद नीमहांस चिकित्सालय बेंगलुरु में अदिति का इलाज होगा.
गौरेला की अदिति का बैंगलोर में होगा इलाज,सीएम भूपेश ने की मदद
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला में सीएम भूपेश ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम किया था. जिसमें एक बच्ची अदिति भी आई थी. इस बच्ची के नाक के ऊपर एक ट्यूमर था. लेकिन पारिवारिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण बच्ची के पिता मदद की गुहार लगाई.जिसके बाद बच्ची के इलाज के लिए सीएम भूपेश ने बच्ची के पिता को आश्वासन दिया था. आश्वासन के बाद अब जिला प्रशासन की टीम ने बच्ची के इलाज के लिए उसके पिता को सूचना दी है.
कौन है अदिति :जनपद पंचायत गौरेला (Janpad Panchayat Gaurela) के बस्तीबगरा पंचायत के ग्राम टीकरखुर्द में रहने वाले दुर्गेश यादव की 4 वर्षीय पुत्री अदिति यादव जन्म से ही नाक के ऊपर ट्यूमर की बीमारी से ग्रसित है. जन्म के समय यह ट्यूमर छोटा था. लेकिन उम्र के साथ-साथ बढ़ता जा रहा हैं. इसकी जानकारी पूर्व में जिले में कार्यरत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु) अंतर्गत चिकित्सकीय टीम को आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों के स्वास्थ्य जांच के दौरान हुई थी. तब डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सलाह के साथ आवश्यक दवा दी थी.
सीएम से मांगी थी पिता ने मदद :मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात के दौरान आदिति के पिता दुर्गेश यादव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पुत्री की इलाज कराये जाने की मांग की गई थी. मुख्यमंत्री ने अदिति के ईलाज का आश्वासन दिए थे. कलेक्टर के मार्ग दर्शन में चिकित्सक दल द्वारा अदिति को किम्स हॉस्पिटल बिलासपुर में डॉ. वाय रविशेखर न्यूरालॉजिस्ट को दिखाया गया. जहां उसकी एमआरआई और अन्य जांच की गई. जांच में अदिति में फेसियल इंसेफ्लोसिल नामक बीमारी पाया गया,जो कि न्यूरल ट्यूब के पूरी तरह बंद ना होने के कारण ब्रेन पेरेमकाइमा का बाहर आ जाने के कारण होता हैं. यह जन्मजात विसंगति हैं. चिकित्सक ने इस बीमारी के इलाज के लिए नीमहांस चिकित्सालय बैंगलुरू के लिए रिफर किया हैं. आदिति के परिजनों से इस बारे में चर्चा करने पर उन्होंने दीपावली के बाद ईलाज हेतु नीमहांस बैंगलुरू जाने की सहमति दी है.